$1$ किग्रा द्रव्यमान का भार चन्द्रमा पर $1/6$ रह जाता है। यदि चन्द्रमा की त्रिज्या $1.768 \times {10^6}$मीटर हो तो चन्द्रमा का द्रव्यमान होगा
$1.99 \times {10^{30}}\,kg$
$7.56 \times {10^{22}}\,kg$
$5.98 \times {10^{24}}\,kg$
$7.65 \times {10^{22}}\,kg$
पृथ्वी तल से $h$ $(h >> R) $ ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण होगा (जहाँ $R-$ पृथ्वी की त्रिज्या एवं $g$ पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण है)
यदि पृथ्वी की त्रिज्या $1\%$ कम हो जाये, परन्तु उसका द्रव्यमान वही रहे, तो पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण
पृथ्वी तल से ऊपर किसी बिन्दु पर गुरूत्वीय विभव $-5.12 \times 10^7 \mathrm{~J} / \mathrm{kg}$ है। पृथ्वी की त्रिज्या औसतन $6400$ किमी. मानी जाये तब पृथ्वी तल के ऊपर इस बिन्द की ऊँचाई है :
यदि पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण का मान $10$ मीटर/सैकण्ड$^{2}$ है तो इसका मान पृथ्वी के केन्द्र पर क्या होगा (यदि पृथ्वी को $R$ त्रिज्या एवं एकसमान घनत्व का गोला मान लिया जाये)
यदि पृथ्वी की त्रिज्या $\mathrm{R}$ तथा पृथ्वी तल पर गुरूत्वीय त्वरण $\mathrm{g}=\pi^2 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ हो तब पृथ्वी तल से $\mathrm{h}=2 \mathrm{R}$ ऊँचाई पर सेकंड लोलक की लम्बाई होगी :