यदि पृथ्वी की त्रिज्या $\mathrm{R}$ तथा पृथ्वी तल पर गुरूत्वीय त्वरण $\mathrm{g}=\pi^2 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ हो तब पृथ्वी तल से $\mathrm{h}=2 \mathrm{R}$ ऊँचाई पर सेकंड लोलक की लम्बाई होगी :

  • [JEE MAIN 2024]
  • A

    $\frac{2}{9} \mathrm{~m}$

  • B

    $\frac{1}{9} \mathrm{~m}$

  • C

    $\frac{4}{9} \mathrm{~m}$

  • D

    $\frac{8}{9} \mathrm{~m}$

Similar Questions

एक ग्रह पर गुरुत्वीय त्वरण $4$ प्रतिशत यर्थाथता तक पाया जाता है। उस ग्रह पर $m$ द्रव्यमान के सरल लोलक को $T$ आवर्तकाल से दोलन कराने के लिए दी गई ऊर्जा की गणना की जाती है। यदि आवर्तकाल $3$ प्रतिशत यर्थाथता से मापा जाता है, तो ऊर्जा $E$ की यर्थाथता प्रतिशत पायी जाती है।

  • [JEE MAIN 2021]

पृथ्वी की त्रिज्या $R$ के पदों में वह ऊँचाई, जिस पर गुरूत्वीय त्वरण $\frac{g}{9}$ (यहाँ $g=$ पृथ्वी के पृष्ठ पर गुरुत्वीय त्वरण है ) होता है, है

  • [AIEEE 2009]

यदि सूर्य का द्रव्यमान $\frac{1}{10}$ गुना हो तथा सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण स्थिरांक परिमाण में $10$ गुना हो, तो निम्नलिखित में से कौन-सा सही नहीं है ?

  • [NEET 2018]

पृथ्वी की त्रिज्या $R$, कोणीय वेग $\omega $ तथा ध्रुवों पर $ ‘g’$ का मान ${g_p}$ है। अक्षांश $\lambda  = 60^\circ $ पर $‘g’$ का प्रभावी मान होगा

$1$ किग्रा द्रव्यमान का भार चन्द्रमा पर $1/6$ रह जाता है। यदि चन्द्रमा की त्रिज्या $1.768 \times {10^6}$मीटर हो तो चन्द्रमा का द्रव्यमान होगा