$10 \;kg$ द्रव्यमान के पिंड के लिये वेग-समय ग्राफ चित्र में दिया है। पिंड पर पहले $2$ से. में किया गया कार्य है $\dots \;J$
$-9300$
$12000$
$-4500$
$-12000$
एक $5 \,kg$ की वस्तु $0.2$ घर्षण गुणांक वाले खुरदरे क्षैतिज तल पर स्थित है। $25\, N$ के क्षैतिज बल द्वारा वस्तु को $10\, m$ खींचा जाता है। इसके द्वारा प्राप्त गतिज ऊर्जा ........ $J$ होगी $g = 10m/{s^2}$
एक कण किसी एक आकर्पण विभव $U=-\frac{k}{2 r^{2}}$ के अंतर्गत त्रिज्या $a$ के एक गोलाकार पथ में चल रहा है उसकी कुल ऊर्जा होगी
किसी तोप से चलाये गये गोले में वायु में विस्फोट होता है, तब
एक कण जिस पर बल $\overrightarrow{ F }=3 \overrightarrow{ i }-12 \overrightarrow{ j }$ लगाया जाता है, $\overrightarrow{ d }=4 \overrightarrow{ i }$ विस्थापन प्राप्त करता है। यदि विस्थापन के प्रारंभ में कण की गतिज ऊर्जा $3\, J$ है तो विस्थापन के अन्त में इसकी गतिज ऊर्जा का मान है।
किसी वस्तु पर किसी बल द्वारा किए गए कार्य का चिह्न समझना महत्त्वपूर्ण है। सावधानीपूर्वक बताइए कि निम्नलिखित राशियाँ धनात्मक हैं या ऋणात्मक :
$(a)$ किसी व्यक्ति द्वारा किसी कुएँ में से रस्सी से बँधी बाल्टी को रस्सी द्वारा बाहर निकालने में किया गया कार्य
$(b)$ उपर्युक्त स्थिति में गुरुत्वीय बल द्वारा किया गया कार्य।
$(c)$ किसी आनत तल पर फिसलती हुई किसी वस्तु पर घर्षण द्वारा किया गया कार्य।
$(d)$ किसी खुरदरे क्षैतिज तल पर एकसमान वेग से गतिमान किसी वस्तु पर लगाए गए बल द्वारा किया गया कार्य |
$(e)$ किसी दोलायमान लोलक को विरामावस्था में लाने के लिए वायु के प्रतिरोधी बल द्वारा किया गया कार्य।