एक कण जिस पर बल $\overrightarrow{ F }=3 \overrightarrow{ i }-12 \overrightarrow{ j }$ लगाया जाता है, $\overrightarrow{ d }=4 \overrightarrow{ i }$ विस्थापन प्राप्त करता है। यदि विस्थापन के प्रारंभ में कण की गतिज ऊर्जा $3\, J$ है तो विस्थापन के अन्त में इसकी गतिज ऊर्जा का मान है।

  • [JEE MAIN 2019]
  • A

    $9\, J$

  • B

    $12\, K$

  • C

    $10\, J$

  • D

    $15\, J$

Similar Questions

किसी कण की गतिज ऊर्जा $(E)$, स्थितिज ऊर्जा $(U)$ तथा पृथ्वी तल से ऊँचाई $(h) $ के बीच प्रदर्शित ग्राफों में से कौन सा ग्राफ सही है

चित्र में दिखाई गति एक दीर्घ वृत्ताकार पटरी (rail) $P Q$ ऊर्ध्व तल में स्थित है तथा दूरियाँ $O P=3 m$ तथा $O Q=4 \ m$ हैं। $1 \ kg$ द्रव्यमान के एक गुटके को पटरी पर $P$ से $Q$ तक $18 \ N$ बल से खींचा जाता है; बल की दिशा सदैव रेखा $PQ$ के समातंर है (चित्र देखिये)। घर्षण के कारण होने वाली क्षति को नगण्य मानते हुए गुटके के बिंदु $Q$ पर पहुँचने पर उसकी गति ऊर्जा $( n \times 10)$ जूल है। $n$ का मान है(गुरूत्वीय त्वरण का मान $=10 ms ^{-2}$ ):

  • [IIT 2014]

$m$ द्रव्यमान का एक कण $r$ त्रिज्या के एक क्षैतिज वृत्तीय मार्ग पर, $ - K/{r^2}$ मान के अभिकेन्द्रीय बल के प्रभाव में गति कर रहा है, जहाँ $K$ एक नियतांक है। कण की कुल ऊर्जा होगी

  • [IIT 1977]

$2\,m$ लम्बाई की एकसमान जंजीर एक मेज पर इस प्रकार रखी है कि इसकी $60$ सेमी. लंबाई मेज के किनारे से लटकी है। जंजीर का कुल द्रव्यमान $4\,kg$ है, तो लटके हुए भाग को ऊपर खींचने में सम्पादित कार्य ............. $\mathrm{J}$ होगा

  • [AIEEE 2004]

$2 \,kg$ द्रव्यमान के एक पिण्ड पर एक बल लगाते है जिससे उसकी स्थिति का समय के साथ परिवर्तन $x =3 t ^{2}+5$ है। इस बल द्वारा प्रथम $5\, s$ में किया गया कार्य $......\,J$ होगा।

  • [JEE MAIN 2019]