दो लम्बे धारावाही समान्तर चालक तार $8\,cm$ की दूरी पर रखे गए है। दोनों चालको में धारा प्रवाह के कारण यदि मध्य बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण $300\,\mu T$ है तो दोनों चालको में प्रवाहित होने वाली समान धारा होगी:
समान दिशा में $30\,A$
विपरीत दिशा में $30\,A$
विपरीत दिशा में $60\,A$
विपरीत दिशा में $300\,A$
एक कमानीदार तुला के कुचालक हैंगर की सहायता से एक $a$ भुजा वाले वर्ग को लटकाया गया है। $B$ तीव्रता का चुम्बकीय क्षेत्र चित्रानुसार केवल वर्ग की निचली भुजा पर कार्यरत है। वर्गाकार लूप में प्रवाहित धारा $I$ है तब धारा की दिशा परिवर्तित करने पर तुला के पाठ्यांक में परिवर्तन है
दो पतले, लम्बे समान्तर तार, जिनके बीच ‘$d$’ दूरी है तथा जिनसे एक ही दिशा में ‘$i$’ ऐम्पियर की धारा बह रही है, एक दूसरे को ण्
क स्वचालित वाहन की बैटरी से इसकी चालन मोटर को जोड़ने वाले तारों में $300\, A$ विध्यूत धारा (अल्प काल के लिए ) प्रवाहित होती है। तारों के बीच प्रति एकांक लंबाई पर कितना बल लगता है यदि इनकी लंबाई $70 \,cm$ एवं बीच की दूरी $1.5\, cm$ हो। यह बल आकर्षण बल है या प्रतिकर्षण बल?
एक धात्विक लूप चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। यदि इसमें धारा प्रवाहित की जाये तो
एक इलेक्ट्रॉन पुंज एवं एक प्रोटॉन पुंज एक दूसरे के समान्तर एक ही दिशा में गतिमान हैं। तब ये