एक कमानीदार तुला के कुचालक हैंगर की सहायता से एक $a$ भुजा वाले वर्ग को लटकाया गया है। $B$ तीव्रता का चुम्बकीय क्षेत्र चित्रानुसार केवल वर्ग की निचली भुजा पर कार्यरत है। वर्गाकार लूप में प्रवाहित धारा $I$ है तब धारा की दिशा परिवर्तित करने पर तुला के पाठ्यांक में परिवर्तन है

131-135

  • A

    $IaB$

  • B

    $2\, IaB$

  • C

    $\frac{{IaB}}{2}$

  • D

    $\frac{3}{2}IaB$

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क स्वचालित वाहन की बैटरी से इसकी चालन मोटर को जोड़ने वाले तारों में $300\, A$ विध्यूत धारा (अल्प काल के लिए ) प्रवाहित होती है। तारों के बीच प्रति एकांक लंबाई पर कितना बल लगता है यदि इनकी लंबाई $70 \,cm$ एवं बीच की दूरी $1.5\, cm$ हो। यह बल आकर्षण बल है या प्रतिकर्षण बल?

समान लम्बाई के दो समान्तर चालकों $A$ तथा $B$ में क्रमश: $I$ तथा $10\,I$  धाराएँ समान दिशा में बह रहीं हैं तो

एक ऊध्र्वाधर तार में ऊपर की ओर धारा बह रही है। इसे एक क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा उत्तर की ओर है। तार पर लगने वाले बल की दिशा होगी

एक तार की लम्बाई $0.5$ मीटर है। इसमें $1.2$ ऐम्पियर की धारा बह रही है। इस तार को $2$ टेस्ला के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में लम्बवत् रखा जाता है। तार पर लगने वाला बल......$N$  होगा

  • [AIPMT 1992]

तीन लम्बे व सीधे धारावाही चालक परस्पर समान्तर क्रम में एक बैटरी के सिरों पर जुड़े हैं। बैटरी का आंतरिक प्रतिरोध नगण्य है। तारों के प्रतिरोधों का अनुपात $3 : 4 : 5$ है। यदि बीच वाले तार पर नैट बल शून्य है तब अन्य दो तारों से इसकी दूरियों का अनुपात होगा