दो पतले, लम्बे समान्तर तार, जिनके बीच ‘$d$’ दूरी है तथा जिनसे एक ही दिशा में ‘$i$’ ऐम्पियर की धारा बह रही है, एक दूसरे को ण्

  • [AIEEE 2005]
  • A

    ${\mu _0}{i^2}/(2\pi {d^2})$ के बल से आकर्षित करेंगे

  • B

    ${\mu _0}{i^2}/(2\pi {d^2})$ के बल से प्रतिकर्षित करेंगे

  • C

    ${\mu _0}{i^2}/(2\pi {d^2})$ के बल से प्रतिकर्षित करेंगे

  • D

    ${\mu _0}{i^2}/(2\pi {d^2})$ के बल से प्रतिकर्षित करेंगे

Similar Questions

तार की एक वर्गाकर कुंडली का द्रव्यमान $m$ एवं विद्युत प्रतिरोध $R$ है, और इसकी भुजा की लम्बाई $a$ है। यह ुुंडली $x$-अक्ष समान्तर $v_0$ चाल से गति करते हुए एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र $B$ में प्रवेश करती है। चुंबक क्षेत्र कुंडली के तल के लंबवत है। इस चुम्बकीय क्षेत्र में कुंडली की चाल दूरी $x($ $x < a_{\text {) }}$ के साथ निम्न प्रकार से बदलती है

  • [KVPY 2017]

$L$ लम्बाई के एक तार में $I$ धारा $x$-अक्ष की धनात्मक दिशा के अनुदिश प्रवाहित होती है। इसे एक चुम्बकीय क्षेत्र $\vec{B}=(2 \hat{i}+3 \hat{j}-4 \hat{k}) T$ में रखा जाता है। तार पर कार्यरत चुम्बकीय बल का परिमाण $..........IL$ है :

  • [NEET 2023]

एक पावर लाइन पूर्व-पश्चिम दिशा में है एवं इसमें  $10$ ऐम्पियर की धारा बह रही है तो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र ${10^{ - 4}}\,tesla$ के कारण पावर लाइन के प्रतिमीटर लम्बाई पर कार्यरत बल होगा

एक धारावाही तार $LN$ को चित्रानुसार मोड़ा गया हैे। इस तार को कागज -तल के लम्बवत् $5$ टेसला के समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। यदि तार में प्रवाहित धारा $10\, A$ हो तब इस पर कार्यरत बल ......$N$ होगा

दर्शाये गए चित्रानुसार $x-y$ तल में स्थित एक विधुत  $I$ धारावाही चालक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $B$ में रखा है। यदि चालक पर लगने वाले कुल चुम्वकीय बल का परिमाण $F$ है, तब सही विकल्प है (हैं):

$(A)$ यदि $\vec{B}$ की दिशा $\hat{z}$ है तब $F \propto(L+R)$

$(B)$ यदि $\vec{B}$ की दिशा $\hat{x}$ है तव $F=0$

$(C)$ यदि $\vec{B}$ की दिशा $\hat{y}$ है तब $F \propto(L+R)$

$(D)$ यदि $\vec{B}$ की दिशा $\hat{Z}$ है तब $F=0$

  • [IIT 2015]