तीन तापदीप्त लैंप, जिनमें प्रत्येक $100 \,W ; 220\, V$ का है , किसी $220\, V$ आपूर्ति के विध्युत परिपथ में श्रेणीक्रम में संयोजित हैं। किसी अन्य परिपथ में समान विध्युत स्रोत से यही तीनों लैंप पार्श्वक्रम में संयोजित हैं। क्या दोनों परिपथों में बल्ब समान तीव्रता से चमकेंगे? अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।
No. The resistance of the bulbs in series will be three times the resistance of single bulb. Therefore, the current in the series combination will be one-third compared to current in each bulb in parallel combination. The parallel combination bulbs will glow more brightly.
वैध्युत प्रतिरोधकता किसे कहते हैं? किसी श्रेणी विध्युत परिपथ में, जिसमें धातु के तार से बना प्रतिरोधक संयोजित है, ऐमीटर का पाठयांक $5\,A$ है। तार की लंबाई दोगुनी करने पर ऐेमीटर का पाठयांक घटकर आधा रह जाता है। क्यों?
प्रतिरोधकता में कब परिवर्तन नहीं होता?
ओम-नियम लिखिए। इसका प्रायोगिक सत्यापन किस प्रकार किया जा सकता है? क्या यह सभी अवस्थाओं में लागू होता है? अपनी टिप्पणी लिखिए।
किसी विध्युत परिपथ में विध्युत स्त्रोत के साथ तीन तापदीप्त बल्ब $A , B , C$ जिनके अनुमतांक क्रमश: $40\, W , 60 \,W$ तथा $100 \,W$ हैं, पार्श्वक्रम में संयोजित हैं। इनकी चमक के संबंध में कौन-सा प्रकथन सत्य है?
किसी ऐसे विध्युत परिपथ का आरेख खींचिए जिसमें एक सेल, एक कुंजी, एक ऐमीटर तथा $4 \,\Omega$ के दो प्रतिरोधकों के पार्श्व संयोजन के साथ श्रेणीक्रम में एक $2 \,\Omega$ का प्रतिरोधक संयोजित हो और पार्श्व संयोजन के सिरों के बीच एक वोल्टमीटर संयोजित हों। क्या $2\, \Omega$ प्रतिरोधक के सिरों के बीच विभवांतर $4\, \Omega$ के दो प्रतिरोधकों के पार्श्व संयोजन के सिरों पर विभवांतर के समान होगा? उत्तर की पुष्टि कीजिए।