चुम्बकीय याम्योत्तर में क्षैतिज रूप से लटकी छड़ चुम्बक के दोलनों का आवर्तकाल $T_0$ है यदि इस चुम्बक को एक अन्य समान आकार, समान ध्रुव सामथ्र्य लेकिन, दोगुने द्रव्यमान वाले चुम्बक से बदल दिया जाये तो नया आवर्तकाल होगा

  • A

    $\frac{{{T_0}}}{2}$

  • B

    $\frac{{{T_0}}}{{\sqrt 2 }}$

  • C

    $\sqrt 2 {T_0}$

  • D

    $2{T_0}$

Similar Questions

स्पर्शज्या धारामापी का प्रयोग किया जाता है

  • [AIPMT 2001]

एक दोलन चुम्बकत्वमापी में दो चुम्बक एकसाथ रखे जाते हैं और पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र में दोलन करते हैं । एक जैसे ध्रुवों के साथ होने पर प्रति मिनट $12 $ दोलन होते हैं, परन्तु विपरीत ध्रुवों के एक साथ होने की स्थिति में केवल $4$ दोलन हो पाते हैं । चुम्बकीय आघूर्णों का अनुपात होगा      

दोलन चुम्बकत्वमापी में लटकन तार में ऐंठन निकाल दी जाती है, इससे

क्षैतिज तल में रखे एक छोटे छड़ चुंबक का अक्ष, चुंबकीय उत्तर-दक्षिण दिशा के अनुदिश है संतुलन बिंदु चुंबक के अक्ष पर, इसके केंद्र से $14 \,cm$ दूर स्थित है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र $0.36\, G$ एवं नति कोण शून्य है। चुंबक के अभिलंब समद्विभाजक पर इसके केंद्र से उतनी ही दूर ( $14 \,cm$ ) स्थित किसी बिदु पर परिणामी चुंबकीय क्षेत्र क्या होगा?

$M_A$ चुम्बकीय आघूर्ण वाले छड़ चुम्बक $A $ की दोलन आवृत्ति, $M_B $ चुम्बकीय आघूर्ण वाले छड़ चुम्बक $B$  की दोलन आवृत्ति से दुगनी है, तब