$M_A$ चुम्बकीय आघूर्ण वाले छड़ चुम्बक $A $ की दोलन आवृत्ति, $M_B $ चुम्बकीय आघूर्ण वाले छड़ चुम्बक $B$ की दोलन आवृत्ति से दुगनी है, तब
${M_A} = 2{M_B}$
${M_A} = 8{M_B}$
${M_A} = 4{M_B}$
${M_B} = 8{M_A}$
दोलन चुम्बकत्वमापी को प्रयोग करने के पूर्व रखना चाहिये
दोलन चुम्बकत्वमापी में चुम्बक का आवर्तकाल अनंत होगा
क्षैतिज तल में रखे एक छोटे छड़ चुंबक का अक्ष, चुंबकीय उत्तर-दक्षिण दिशा के अनुदिश है संतुलन बिंदु चुंबक के अक्ष पर, इसके केंद्र से $14 \,cm$ दूर स्थित है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र $0.36\, G$ एवं नति कोण शून्य है। चुंबक के अभिलंब समद्विभाजक पर इसके केंद्र से उतनी ही दूर ( $14 \,cm$ ) स्थित किसी बिदु पर परिणामी चुंबकीय क्षेत्र क्या होगा?
दो छड़ चुम्बकों की लम्बाई , चौड़ाई और द्रव्यमान समान हैं परन्तु चुम्बकीय आघूर्ण क्रमश: $M$ और $2M$ हैं । इन्हें योग की स्थिति में दोलन चुम्बकत्वमापी में रखा जाता है तो आवर्तकाल $3$ सैकण्ड प्राप्त होता है । अन्तर की स्थिति में आवर्तकाल होगा
दो छड़ चुम्बकों के चुम्बकीय आघूर्णों का अनुपात $13 : 5$ है। यदि इन चुम्बकों को दोलन चुम्बकत्वमापी में एकसाथ रखकर दोलन कराये जायें, इस प्रकार कि इनके समान ध्रुव एक ओर रहें तो यह निकाय प्रति मिनट $15$ दोलन करता है यदि असमान ध्रुव एक ओर रहें तो इस निकाय की आवृत्ति ....दोलन/मिनट होगी