किसी लोलक के गोलक को क्षैतिज अवस्था से छोड़ा गया है। यदि लोलक की लंबाई $1.5\, m$ है तो निम्नतम बिंदु पर आने पर गोलक की चाल क्या होगी ? यह दिया गया है कि इसकी आरंभिक ऊर्जा का $5 \%$ अंश वायु प्रतिरोध के विरुद्ध क्षय हो जाता है।
$2.48$
$8.69$
$5.28$
$7.48$
एक मेज के छोर पर रखे एक छोटे बक्से को इस प्रकार ठोका गया कि वह $1$ मीटर दूर स्थित दूसरे छोर से $2$ सेकंड बाद गिर जाता है। मेज एवं बक्से के बीच का गतिज घर्षण गुणांक
किसी तोप से चलाये गये गोले में वायु में विस्फोट होता है, तब
$M =4\, m$ द्रव्यमान का एक वेज (wedge) आकार का गुटका एक घर्षणहीन सतह पर रखा है। $m$ द्रव्यमान का एक कण गुटके की ओर $v$ चाल से आता है। कण और सतह या कण और गुटके के बीच कोई घर्षण नहीं है। कण के द्वारा गुटके के बीच कोई घर्षण नहीं है। कण के द्वारा गुटके के ऊपर चढ़ी गयी अधिकतम ऊँचाई होगी।
एक दूसरे की ओर गतिमान वस्तुयें आपस में टकराकर विपरीत दिशाओं में गतिमान हो जाती हैं। इससे वस्तुओं का ताप कुछ बढ़ जाता है। क्योंकि गतिज ऊर्जा का कुछ भाग परिवर्तित हो जाता है
दो आनत तल चित्र मे दर्शाये अनुसार रखे हुए हैं। $AB$ आनत तल के $A$ बिंदु से एक गुटके को तल के अनुदिश मात्र इतने वेग से प्रक्षेपित किया जाता है कि बस यह आनत तल के शीर्ष तक पहुँच सके, जो कि $10\,m$ की ऊँचाई पर है। बिन्दु $B$ पर पहुँचने के बाद यह गुटका $BC$ तल पर फिसलता है। बिन्दु $A$ स $C$ पर पहुँचने में इसे $t (\sqrt{2}+1) s$ का समय लगता है। $t$ का मान होगा। $\left( g =10\,m / s ^2\right.$ प्रयोग करें)