किसी तार का प्रतिरोध उसमें प्रवाहित धारा तथा छोड़ों के बीच विभवान्तर का मापन कर प्राप्त किया जा सकता है। यदि धारा तथा विभवान्तर के मापन में प्रत्येक $3\, \%$ की त्रुटि प्राप्त होती है, तो तार के प्रतिरोघ के मान में प्रतिशत त्रुटि ($\%$ में) ज्ञात कीजिये।
$3$
$6$
$0$
$1$
एक साधारण लोलक का प्रयोग किसी स्थान पर गुरूत्वाकर्षण के कारण त्वरण $g$ का मान ज्ञात करने के लिये किया जाता है । यदि लोलक की लम्बाई $25.0\, cm$ हो और इसके $40$ दोलनों के लिये एक $1 \,s$ वियोजन (resolution) वाली स्टॉपवाच से नापा गया समय $50 \,s$ हो तो $g$ के मान की परिशुद्धता (accuracy) ...... $\%$ होगी ।
निम्न प्रेक्षणों को कंशिकीय विधि से पानी का पृष्ठ तनाव $T$ नापने के लिये प्रयोग किया जाता है।
कंशिकीय नली का व्यास, $D=1.25 \times 10^{-2}\, m$
पानी का चढ़ाव, $h=1.45 \times 10^{-2}\, m$
$g=9.80 \,m / s ^{2}$ तथा सरलीकृत सम्बन्ध $T=\frac{ rhg }{2} \times 10^{3} \,N / m$, को उपयोग करते हुए पृष्ठ तनाव में सम्भावित त्रुटि का निकटतम मान ......... $\%$ होगा
घन की आकृति वाले किसी पदार्थ का घनत्व, उसकी तीन भुजाओं एवं द्रव्यमान को माप कर, निकाला जाता है। यदि द्रव्यमान एवं लम्बाई कों मापने में सापेक्ष त्रुटियाँ क्रमशः $4 \%$ तथा $3 \%$ हो तो घनत्व को मापने में अधिकतम त्रुटि ......... $\%$ होगी