बिंदु $(2,3)$ के रेखा $(2 x-3 y+4)+k(x-2 y+3)=0, k \in R$ में प्रतिबिंब का बिंदुपथ एक
$\sqrt{3}$ त्रिज्या का वृत्त है।
$x -$ अक्ष के समांतर रेखा है।
$y-$ अक्ष के समांतर रेखा है।
$\sqrt{2}$ त्रिज्या का वृत्त है।
${x^2} - 9{y^2} = 0$ और $x = 4$ के द्वारा निर्मित त्रिभुज है
उस बिन्दु का बिन्दुपथ, जिसकी किन्हीं दो परस्पर लम्बवत् रेखाओं से दूरियों का योग $2$ इकाई है (प्रथम चतुर्थांश में), है
उन रेखाओं के समीकरण, जिन पर मूलबिन्दु से डाला गया लम्ब $x$-अक्ष से ${30^o}$ का कोण बनाता है एवं जो अक्षों के साथ $\frac{{50}}{{\sqrt 3 }}$ वर्ग इकाई क्षेत्रफल का त्रिभुज बनाता है,
उस समान्तर चतुभुज का क्षेत्रफल, जिसकी भुजाएँ $x\cos \alpha + y\sin \alpha = p$, $x\cos \alpha + y\sin \alpha = q,\,\,$ $x\cos \beta + y\sin \beta = r$ व $x\cos \beta + y\sin \beta = s$ हैं, होगा
त्रिभुज $A B C$ की भुजा $A B$ तथा $A C$ पर बिंदु $X, Y$ क्रमश: इस प्रकार स्थापित हैं कि रेखाखंड $X Y$ और $B C$ समांतर हैं । निम्नलिखित में से कौन से कथन हमेशा उचित हैं? (यहाँ त्रिभुज $P Q R$ का क्षेत्रफल $[P Q R]$ से निर्देशित किया गया है)
$(I)$ $[B C X]=[B C Y]$
$(II)$ $[A C X] \cdot[A B Y]=[A X Y] \cdot[A B C]$