माना $\sigma$ चित्रानुसार दो अनन्त पतली समतल शीटो का एकसमान पृष्ठीय आवेश घनत्व है। तब तीन विभिन्न प्रभागो में विद्युत क्षेत्र के मान $E_{\mathrm{I}}, E_{\mathrm{II}}$ व $E_{\mathrm{II}}$ होगें
$\vec{E}_{ I }=\frac{2 \sigma}{\epsilon_0} \hat{n}, \vec{E}_{ II }=0, \vec{E}_{ III }=\frac{2 \sigma}{\epsilon_0} \hat{n}$
$\vec{E}_{ I }=0, \vec{E}_{ II }=\frac{\sigma}{\epsilon_0} \hat{n}, \vec{E}_{ III }=0$
$\vec{E}_{ I }=\frac{\sigma}{2 \epsilon_0} \hat{n}, \vec{E}_{\text {II }}=0, \vec{E}_{ III }=\frac{\sigma}{2 \epsilon_0} \hat{n}$
$\vec{E}_{ I }=-\frac{\sigma}{\epsilon_0} \hat{n}, \vec{E}_{\text {II }}=0, \vec{E}_{\text {III }}=\frac{\sigma}{\epsilon_0} \hat{n}$
संलग्न चित्र में दर्शाए गए तीन पराविधुत (dielectric) गोलो पर, जिनकी त्रिज्याऐं क्रमशः $R / 2, R$ तथा $2 R$ है, आवेश $Q, 2 Q$ तथा $4 Q$ क्रमशः समान रूप से वितरित है। यदि बिन्दु $P$, जो प्रत्येक गोले के केन्द्र से $R$ दूरी पर है, पर गोले $1,2$ तथा $3$ के कारण विधुत क्षेत्र का परिमाण क्रमशः $E _1, E _2$ तथा $E _3$ है तब
दो ${r_A}$ और ${r_B}$ त्रिज्याओं $({r_B} > {r_A})$ के संकेन्द्रीय पतले चालक गोलीय कोशों (spherical shells) $A$ और $B$ को ${Q_A}$ और $ - {Q_B}$ $(|{Q_B}|\, > \,|{Q_A}|)$ आवेश दिया गया है। केन्द्र से गुजरती हुयी रेखा के साथ-साथ (along) विद्युत क्षेत्र किस ग्राफ से अनुरुप परिवर्तित होगा
एक गोलीय सममिती आवेश वितरण आवेश घनत्व का निम्नलिखित विचरण रखता है : $\rho(r)=\rho_{o}\left(1-\frac{r}{R}\right) r < R$ के लिए $\rho( r )=0 \quad r \geqslant R$ के लिए जहाँ $r$ आवेश वितरण के केन्द्र से दूरी हैं और $\rho_{ o }$ एक स्थिरांक है। एक अन्तः बिन्दु $( r < R )$ पर विद्युत क्षेत्र है
एकसमान रूप से आवेशित गोले की त्रिज्या $R$ है। इसके केन्द्र से $r$ दूरी एवं उत्पन्न विद्युत क्षेत्र के बीच सही ग्राफीय निरूपण होगा
निम्न में से कौनसा ग्राफ, $R$ त्रिज्या के खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र $E$ तथा गोले के केन्द्र से दूरी $r$ में परिवर्तन को दर्शाता है