यदि पृथ्वी की त्रिज्या सिकुड़कर वर्तमान की आधी रह जाए जबकि द्रव्यमान नियत रहे तब गुरुत्वीय त्वरण का नया मान होगा
$g/2$
$4g$
$g/4$
$2g$
एक पिण्ड का पृथ्वी तल पर भार $72\, N$ है। पृथ्वी तल से $\frac{R_e}{2}$ ऊँचाई पर इसका भार....... $N$ है
पृथ्वी की त्रिज्या $6000$ किमी है। पृथ्वी सतह से $6000$ किमी ऊँचाई पर वस्तु का भार होगा
पृथ्वी की त्रिज्या $6400\,m$ तथा $g = 10\,m/{\sec ^2}$ है। किसी $5 \,kg $ के पिण्ड का भार भूमध्य रेखा पर शून्य होने के लिए पृथ्वी की कोणीय चाल होगी
अशुद्ध कथन ज्ञात कीजिए : गुरुत्वीय त्वरण $‘g’$ का मान घटता है यदि
किसी पिण्ड का भार अधिकतम होगा