$0.6$ मिलीमीटर व्यास वाले पीतल के तार की लम्बाई में $0.2\%$ की वृद्धि करने के लिए आवश्यक बल है (पीतल के लिए यंग प्रत्यास्थता गुणांक =$0.9 \times {10^{11}}N/{m^2}$)

  • A

    लगभग $17 \,N$

  • B

    लगभग $34 \,N$

  • C

    लगभग $51 \,N$

  • D

    लगभग $68 \,N$

Similar Questions

$3.2\,m$ लम्बे स्टील के तार $\left( Y _{ S }=2.0 \times 10^{11}\right.$ $Nm ^{-2}$ ) एवं $4.4\,M$ लम्बे ताँबे के तार $\left( Y _{ C }=1.1 \times 10^{11} Nm ^{-2}\right)$ की त्रिज्याऐं समान $1.4\,mm$ की हैं, इन दोनों तारों के सिरे एक-दूसरे से जुड़े हैं। जब यह किसी लोड के द्वारा खीचें जाते हैं, तो परिणामी प्रसार का मान $1.4\,mm$ है। आरोपित भार (लोड) का मान न्यूटन में होगा : (दिया है : $\pi=\frac{22}{7}$ )

  • [JEE MAIN 2022]

$0.2 \mathrm{~cm}$ समान त्रिज्या वाले दो द्रव्यमान रहित तार, प्रदर्शित चित्र में दर्शाये अनुसार भारित है, जिनमें एक तार स्टील का बना है एवं दूसरा पीतल (brass) से निर्मित है। स्टील के तार का प्रसार____________$\times 10^{-6} \mathrm{~m}$ है [स्टील का यंग नियामक $=2 \times 10^{11} \mathrm{Nm}^{-2}$, $\left.\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2}\right]$

  • [JEE MAIN 2023]

एक तार, जिसमें अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $4 \;mm^2$ है, में किसी भार से लम्बाई में $0.1$ $mm$ वृद्धि होती है। समान पदार्थ से बने व समान लम्बाई के परन्तु $8 \;mm^2$ अनुप्रस्थ काट वाले तार में समान भार के कारण लम्बाई में ......... $mm$ वृद्धि होगी

ताँबे का एक टुकड़ा, जिसका अनुप्रस्थ परिच्छेद $15.2\, mm \times 19.1\, mm$ का है, $44.500\, N$ बल के तनाव से खींचा जाता है, जिससे केवल प्रत्यास्थ विरूपण उत्पन्न हो। उत्पन्न विकृति की गणना कीजिये।

एक रबर की $8$ सेमी लम्बी डोरी जिसका घनत्व $1.5$ किग्रा/मी$^3$ तथा यंग प्रत्यास्थता गुणांक $5 \times {10^8}$ न्यूटन/मी$^2$ है। एक कमरे की छत से लटाकाई जाती है। अपने ही भार के कारण इसकी लम्बाई में वृद्धि होगी

  • [AIIMS 1986]