$10\, cm$ त्रिज्या की $100$ कसकर लपेटे गए फेरों की किसी ऐसी कुंडली पर विचार कीजिए जिससे $1\, A$ विध्युत धारा प्रवाहित हो रही है। कुंडली के केंद्र पर चुंबकीय क्षेन्न का परिमाण क्या है?
since the coil is tightly wound, we may take each circular element to have the same radius $R=10 cm =0.1 m .$ The number of turns $N=100 .$ The magnitude of the magnetic field is,
$B=\frac{\mu_{0} N I}{2 R}=\frac{4 \pi \times 10^{-7} \times 10^{2} \times 1}{2 \times 10^{-1}}$$=2 \pi \times 10^{-4}=6.28 \times 10^{-4} \;T$
निम्न स्थितियों में बिन्दु $P$ पर चुम्बकीय क्षेत्र ज्ञात कीजिए
दो अनन्त लम्बाई के समरूप तारों को $90^{\circ}$ से मोड़कर चित्रानुसार इस तरह रखा है कि उनके $LP$ तथा $QM$ भाग $x$-अक्ष पर हैं तथा $PS$ व $QN$ भाग $y$-अक्ष के समान्तर हैं। यदि $OP = OQ =4 \,cm , O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान $10^{-4} T$ है तथा दोनों तारों में बराबर धारा (चित्रानुसार) बह रही है तो प्रत्येक तार में धारा का मान तथा बिन्दु $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा होगी:$\left(\mu_{0}=4 \pi \times 10^{-7} \,NA ^{-2}\right)$
एक मीटर लम्बाई के तार मेंं एक अचर धारा प्रवाहित है। तार को मोड़कर एक वृत्ताकार कुण्डली बनाते हैं। कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान $B$ है। इसी तार से न्यूनतम त्रिज्या की वृत्तीय कुण्डली बनाते हैं ताकि कुण्डली में चार फेरे हों। इस नई कुण्डली के केन्द्र पर अब चुम्बकीय क्षेत्र का मान होगा
निम्न में से कौन सा व्यंजक, बायो-सेवर्ट के अनुसार, चुम्बकीय क्षेत्र के परिमाण को व्यक्त करता है
एक सन्निकट लपेटों वाली समतल वृत्ताकार कुण्डली में फेरों की संख्या $25$, इसका व्यास $10$ सेमी. एवं इसमें प्रवाहित धारा $4$ ऐम्पियर है। कुण्डली के केन्द्र पर फ्लक्स घनत्व है