दो अनन्त लम्बाई के समरूप तारों को $90^{\circ}$ से मोड़कर चित्रानुसार इस तरह रखा है कि उनके $LP$ तथा $QM$ भाग $x$-अक्ष पर हैं तथा $PS$ व $QN$ भाग $y$-अक्ष के समान्तर हैं। यदि $OP = OQ =4 \,cm , O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र का मान $10^{-4} T$ है तथा दोनों तारों में बराबर धारा (चित्रानुसार) बह रही है तो प्रत्येक तार में धारा का मान तथा बिन्दु $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा होगी:$\left(\mu_{0}=4 \pi \times 10^{-7} \,NA ^{-2}\right)$

820-1101

  • [JEE MAIN 2019]
  • A

    $20\, A$, पेज के लम्बवत बाहर की ओर

  • B

    $40\, A$, पेज के लम्बवत बाहर की ओर

  • C

    $20\, A$, पेज के लम्बवत अंदर की ओर

  • D

    $40\, A$, पेज के लम्बवत अंदर की ओर

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एक सर्पिलाकार कुण्डली में $N$ लपेटे हैं तथा आन्तरिक व बाह्य त्रिज्याएँ क्रमश: $a$ तथा $b$ हैं। जब कुण्डली में से $I$ धारा प्रवाहित की जाती है तब इसके केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र है

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दिये गये चित्र में बिन्दु $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी

अच्छी तरह कसे हुए घेरों वाली एक वृत्ताकार कुण्डली की त्रिज्या $5\,cm$ है, जो कि अपने केन्द्र पर $37.68 \times 10^{-4}\,T$ का चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न कर रही है। कुण्डली में प्रवाहित धारा का मान $.............A$ होगा।

[माना घेरों की संख्या $100$ एवं $\pi=3.14$ ]

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निम्न चित्र में एक खोखले बेलनाकार चालक का अनुप्रस्थ परिच्छेद दिखाया गया है। जिसकी आंतरिक त्रिज्या $R$ एवं बाहरी त्रिज्या  $2R$ है। बेलन से समान रूप से वितरित अक्ष के अनुदिश धारा बह रही है। बेलन के अक्ष से $\frac{{3R}}{2}$ की दूरी पर स्थित बिन्दु $P$ पर चुम्बकीय प्रेरण होगा