किसी ग्रह की सतह पर गुरुत्वीय त्वरण का मान पृथ्वी की तुलना में एक चौथाई है। यदि पीतल की एक गेंद को उस ग्रह पर ले जाया जाए तो निम्न कथन असत्य है
पीतल की गेंद का इस ग्रह पर द्रव्यमान, पृथ्वी पर नापे गए द्रव्यमान की तुलना में एक चौथाई है
पीतल की गेंद का इस ग्रह पर भार, पृथ्वी पर नापे गए भार की तुलना में एक चौथाई है
पीतल की गेंद का इस ग्रह पर द्रव्यमान पृथ्वी पर नापे गए द्रव्यमान के बराबर होगा
पीतल की गेंद का इस ग्रह पर आयतन, पृथ्वी पर नापे गए आयतन के बराबर होगा
दो ग्रहों की त्रिज्यायें क्रमश: ${R_1}$ तथा ${R_2}$ हैं तथा उनके घनत्व क्रमश: ${\rho _1}$ तथा ${\rho _2}$ हैं। उनकी सतहों पर गुरुत्वीय त्वरणों का अनुपात होगा
पृथ्वी के केन्द्र से दूरी $d$ के साथ गुरुत्वीय त्वरण $g$ का बदलाव निम्न में से किस ग्राफ में सबसे सही दर्शाया गया है? ( $R=$ पृथ्वी की त्रिज्या)
पृथ्वी को एकसमान घनत्व का गोला मानते हुए पृथ्वी तल से $100$ किलोमीटर की गहराई पर एक खदान में गुरुत्वीय त्वरण का मान ........ $m/{s^2}$ होगा
कृत्रिम उपग्रह में एक सरल लोलक का आवर्तकाल होगा
यदि पृथ्वी का द्रव्यमान तथा त्रिज्या दोनों $1\%$ घटा दिये जायें तब गुरुत्वीय त्वरण का मान