कृत्रिम उपग्रह में एक सरल लोलक का आवर्तकाल होगा
शून्य
$2\, sec$
$3 \,sec$
अनन्त
पृथ्वी के तल पर एक वस्तु का भार $18 \mathrm{~N}$ है। पृथ्वी के तल से $3200 \mathrm{~km}$ की ऊँचाई पर उस वस्तु का भार है (दिया है, पृथ्वी की त्रिज्या $R_e=6400 \mathrm{~km}$ )
पृथ्वी के केन्द्र से दूरी $d$ के साथ गुरुत्वीय त्वरण $g$ का बदलाव निम्न में से किस ग्राफ में सबसे सही दर्शाया गया है? ( $R=$ पृथ्वी की त्रिज्या)
पृथ्वी तल से $h$ $(h >> R) $ ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण होगा (जहाँ $R-$ पृथ्वी की त्रिज्या एवं $g$ पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण है)
भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाने पर $g$ का मान
पृथ्वी का उसकी अक्ष के परित: कोणीय वेग क्या होना चाहिए ताकि भूमध्य रेखा पर किसी व्यक्ति का भार $\frac{3}{5}$ गुना हो जाये। भूमध्य रेखा पर पृथ्वी की त्रिज्या $6400$ किलोमीटर है