$200\, g$ द्रव्यमान तथा $1.5 \,m$ लंबाई के किसी सीधे तार से $2\, A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है। यह किसी एकसमान क्षेतिज $B$ चुंबकीय क्षेत्र द्वारा वायु के बीच में निलंबित है ( चित्र )। चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण ज्ञात कीजिए।
we find that there is an upward force $F ,$ of magnitude $IlB$. . For mid-atr suspension, this must be balanced by the force due to gravity:
$m g =I l B$
$B =\frac{m g}{I l}$
$=\frac{0.2 \times 9.8}{2 \times 1.5}=0.65 \,T$
चित्र में दर्शाए अनुसार $a$ भुजा वाला एक वर्गाकार विद्युत् चालक तार की कुण्डली $x$ - अक्ष के समान्तर चलते हुए, $b$ भुजा $(a < b)$ वाले एक अन्दर की ओर है। जैसे-जैसे कुंडली इस चुम्बकीय क्षेत्र से गुजरेगी, $x$ के सापेक्ष उसकी चाल $(v)$ निम्न में से कौन से आरेख द्वारा सही निरूपित होगी ?
$L$ लम्बाई के तार की किसी भी आकृति की बंद कुण्डली में $I$ ऐम्पियर धारा प्रवाहित होती है। यदि कुण्डली का तल चुम्बकीय क्षेत्र $\mathop B\limits^ \to $ के लम्बवत् हो तो कुण्डली पर बल लगेगा
एक प्रोटोन आकाश के एक परिसर में बिना वेग परिवर्तन के एक नियत वेग से गति करता है। यदि $\overrightarrow{\mathrm{E}}$ तथा $\overrightarrow{\mathrm{B}}$ क्रमशः वैद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र हों तो आकाश के उस परिसर में होगा :
($A$) $\mathrm{E}=0, \mathrm{~B}=0$
($B$) $\mathrm{E}=0, \mathrm{~B} \neq 0$
($C$) $\mathrm{E} \neq 0, \mathrm{~B}=0$
($D$) $\mathrm{E} \neq 0, \mathrm{~B} \neq 0$
नीचे दिये गये कथनों में से सबसे उचित उत्तर चुनिए :
जैसा कि निम्न रेखाचित्र में दर्शाया गया है, एक प्रयोग में विन्यास $A$ के अनुसार दो समानान्तर तारों में विपरीत दिशा में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है. दूसरा विन्यास $B$ पहले विन्यास $A$ के समरूप है, परन्तु इस विन्यास में दोनों तारों के बीच एक धातु की प्लेट रखी गयी है। यदि मान लें कि बिन्यास $A$ एवं $B$ में दोनों तारों के बीच लगे बलों का मान क्रमशः $F_{ A }$ एवं $F_{ B }$ है, तो
एक अनन्त लंबाई का धारावाहक तार तथा एक छोटा-सा धारावाहक पाश कागज के समतल में चित्रानुसार रखे हैं। पाश की त्रिज्या $a$ तथा तार से इसके केंद्र की दूरी $d$ है $( d \gg a )$ । यदि पाश द्वारा तार पर बल $F$ है तो $:$