$40 \mathrm{~g}$ द्रव्यमान तथा $50 \mathrm{~cm}$ लम्बाई का एक सीधा तार $\mathrm{AB}$ को लचीले तार द्वारा $0.40 \mathrm{~T}$ परिमाण के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में प्रदर्शित चित्र अनुसार लटकाया गया है। आधार से लगी लीडों का तनाव खत्म करने के लिए तार में आवश्यक धारा का परिमाण_____________$\mathrm{A}$ होगा (दिया है $\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2}$ ).
$4$
$2$
$6$
$8$
एक वृत्ताकार छल्ले की त्रिज्या $5$ सेमी है और उसमें $0.1$ ऐम्पियर की धारा बह रही है। इसका चुम्बकीय आघूर्ण है
दो समान्तर तार एक दूसरे से $1$ मीटर-दूरी पर रखे हैं, इनमें $1\;A$ धारा प्रवाहित होती है। प्रति एकांक लम्बाई पर आकर्षण बल होगा
समान धारा $i = 2A$ चित्रानुसार दर्शाये गये फ्रेम में बह रही है। फ्रेम दो समबाहु त्रिभुज $ACD$ और $CDE$ को जोड़कर बनायी गयी है। प्रत्येक भुजा की लम्बाई $1\,m$ है। फ्रेम एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र $B = 4T$ के लम्बवत स्थित है। तब फ्रेम पर लगने वाले बल का परिमाण .....$N$ होगा
एक रेखीय चालक जिसकी लम्बाई $40\, cm$ है तथा इसमें $3\, A$ धारा बह रही है, $500$ गॉस तीव्रता के एक चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है। अगर चालक चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से $30^\circ $ का कोण बनाता है तो उस पर लगने वाले बल का मान होगा
चित्र में दिखाये गये तीन लम्बे सीधे धारावाही चालकों $P, Q$ एवं $R$ में प्रवाहित धारायें कागज तल के अभिलम्बवत् हैं। सभी तीनों धाराओं के परिमाण समान हैं। निम्न में से कौनसा तीर तार $P$ पर कार्यरत बल की दिशा को सही व्यक्त करता है