एक रेखीय चालक जिसकी लम्बाई $40\, cm$ है तथा इसमें $3\, A$ धारा बह रही है, $500$ गॉस तीव्रता के एक चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है। अगर चालक चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से $30^\circ $ का कोण बनाता है तो उस पर लगने वाले बल का मान होगा

  • A

    $3 \times {10^4}\,newton$

  • B

    $3 \times {10^2}\,newton$

  • C

    $3 \times {10^{ - 2}}\,newton$

  • D

    $3 \times {10^{ - 4}}\,newton$

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एक $2.0\,\mu C$ का आवेश $3.0 \times {10^6}\,m{s^{ - 1}}$ की चाल से धनात्मक $X$ - अक्ष की दिशा में गतिमान है। एक चुम्बकीय क्षेत्र $\vec B = - 0.2\,\,\hat k$ टेसला इस स्थान पर कार्यरत है। तब आवेश पर कार्यरत चुम्बकीय बल $({\overrightarrow F _m})$ है

एक वर्गाकार पाश (लूप) को, जिससे विधुतधारा प्रवाहित हो रही है, किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में लटकाया गया है। चुम्बकीय क्षेत्र पाश (लूप) के समतल में कार्य करता है। यदि पाश की किसी एक भुजा पर $\vec{F}$ बल लगता है तो, शेष तीन भुजाओं पर नेट बल है

  • [AIPMT 2010]

दो समांतर लंबे तार जिनमें प्रत्येक में $xA$ विद्युत धारा एक ही दिशा में प्रवाहित हो रही है, एक दूसरे से $0.20\,m$ की दूरी पर रखे हैं। यदि प्रत्येक तार की एकांक लम्बाई पर आकर्पण बल $2 \times 10^{-6} N$ है, तो $x$ का मान लगभग होगा-

  • [JEE MAIN 2022]

एक समरूप चालक तार $ABC$ का द्रव्यमान $10\,gm$ है। इसमें से $2\,A$ की धारा प्रवाहित होने पर तार में उत्पन्न त्वरण क्या होगा, यदि तार $\mathop B\limits^ \to  $ के चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित है

एक परिनालिका जो $60 \,cm$ लंबी है, जिसकी त्रिज्या $4.0\, cm$ है और जिसमें $300$ फेरों वाली $3$ परतें लपेटी गई हैं। इसके भीतर एक $2.0 \,cm$ लंबा, $2.5 \,g$ द्रव्यमान का तार इसके ( केंद्र के निकट) अक्ष के लंबवत रखा है। तार एवं परिनालिका का अक्ष दोनों क्षैतिज तल में हैं। तार को परिनालिका के समांतर दो वाही संयोजकों द्वारा एक बाह्य बैटरी से जोड़ा गया है जो इसमें $6.0 \,A$ विध्यूत धारा प्रदान करती है। किस मान की विध्यूत धारा ( परिवहन की उचित दिशा के साथ ) इस परिनालिका के फेरों में प्रवाहित होने पर तार का भार सँभाल सकेगी? $g=9.8 \,m s ^{-2}$