एक वृत्ताकार छल्ले की त्रिज्या $5$ सेमी है और उसमें $0.1$ ऐम्पियर की धारा बह रही है। इसका चुम्बकीय आघूर्ण है

  • A

    $1.32 \times {10^{ - 4}}\,amp - {m^2}$

  • B

    $2.62 \times {10^{ - 4}}\,amp{\rm{ - }}{m^2}$

  • C

    $5.25 \times {10^{ - 4}}\,amp{\rm{ - }}{m^2}$

  • D

    $7.85 \times {10^{ - 4}}\,amp{\rm{ - }}{m^2}$

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एक $\mathrm{PQRS}$ धारावाही आयतकर पाश को एक समान तार से बनाया है। लम्बाई $\mathrm{PR}=\mathrm{QS}=5$ सेमी. तथा $\mathrm{PQ}=\mathrm{RS}=100$ सेमी. है। यदि अमीटर धारा का पाठ्यांक $I$ से $2I$ में बदलता है, तो दोनों स्थितियों में तार $RS$ के कारण तार $\mathrm{PQ}$ पर प्रति इकाई लम्बाई के चुम्बकीय बलों का अनुपात $f_{\mathrm{PQ}}^{\mathrm{I}}: f_{\mathrm{PQ}}^{2 \mathrm{I}}$ है:

  • [JEE MAIN 2023]

एक धात्विक लूप चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। यदि इसमें धारा प्रवाहित की जाये तो

दो बहुत लम्बे, सरल रेखीय, समानान्तर चालक $A$ एवं $B$ एकदूसरे से $10\,cm$ की दूरी पर रखे हैं, जिनमें क्रमशः $5\,A$ एवं $10\,A$ की धारा प्रवाहित हो रही है। दोनों चालकों में धारा की दिशा समान है। चालकों के बीच प्रति इकाई लम्बाई पर लगने वाला बल है :$\left(\mu_0=4 \pi \times 10^{-7}\right.$ $SI$ मात्रक)

  • [NEET 2022]

कोई वर्गाकार पाश (लूप) $ABCD$ जिससे धारा $i$ प्रवाहित हो रही है, किसी लम्बे सीधे चालक $XY$ जिससे धारा $I$ प्रवाहित हो रही है के निकट एक ही तल में रखा है। इस पाश पर लगने वाला नेट बल होगा:

  • [NEET 2016]

समकोण $ABC$ की आकृति के एक चालक में  $10\, A$  की धारा प्रवाहित हो रही है, जहाँ $AB = 3\, cm$ तथा $BC = 4\, cm$ चालक के तल की लम्बवत् दिशा में  $5\,T$ का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र है। चालक पर लगने वाला बल .....$N$ होगा