चित्र में दिखाये गये तीन लम्बे सीधे धारावाही चालकों $P, Q$ एवं $R$ में प्रवाहित धारायें कागज तल के अभिलम्बवत् हैं। सभी तीनों धाराओं के परिमाण समान हैं। निम्न में से कौनसा तीर तार $P$ पर कार्यरत बल की दिशा को सही व्यक्त करता है
$A$
$B$
$C$
$D$
एक इलेक्ट्रॉन पुंज एवं एक प्रोटॉन पुंज एक दूसरे के समान्तर एक ही दिशा में गतिमान हैं। तब ये
समान लम्बाई के दो समान्तर चालकों $A$ तथा $B$ में क्रमश: $I$ तथा $10\,I$ धाराएँ समान दिशा में बह रहीं हैं तो
एक धारा वाहक बन्द लूप( तार फन्द ) $PQRS$ को अचल चुम्बकीय फील्ड में रखा गया है। यदि लूप भागों $PS , SR ,$ और $RQ$ पर क्रमानुसार चुम्बकीय बल $F _{1}, F _{2}$ और $F _{3}$ क्रियाकारी हों और यह कागज़ पृष्ठ के तल में संकेतित दिशाओं में हों तो भाग $QP$ पर क्रियाकारी बल होगा
एक ऊध्र्वाधर तार में ऊपर की ओर धारा बह रही है। इसे एक क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा उत्तर की ओर है। तार पर लगने वाले बल की दिशा होगी
$200\, g$ द्रव्यमान तथा $1.5 \,m$ लंबाई के किसी सीधे तार से $2\, A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है। यह किसी एकसमान क्षेतिज $B$ चुंबकीय क्षेत्र द्वारा वायु के बीच में निलंबित है ( चित्र )। चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण ज्ञात कीजिए।