पृथ्वी की सतह पर एक सरल लोलक का आवर्तकाल ${T_1}$ है तथा पृथ्वी तल से $R$ ऊँचा पर इसका आवर्तकाल ${T_2}$ है, (जहाँ $R-$ पृथ्वी की त्रिज्या है) ${T_2}/{T_1}$ का मान है
$1$
$\sqrt 2 $
$4$
$2$
अशुद्ध कथन ज्ञात कीजिए : गुरुत्वीय त्वरण $‘g’$ का मान घटता है यदि
यदि पृथ्वी का गुरुत्व समाप्त हो जाये तो किसी वस्तु का
पृथ्वी के पृष्ठ पर किसी वस्तु का भार $63\, N$ है। पृथ्वी की त्रिज्या की आधी ऊंचाई पर पृथ्वी के कारण इस वस्तु पर गुरुत्वीय बल कितना है ?
$R$ त्रिज्या एवं $d$ घनत्व वाले एक ग्रह की सतह के निकट गुरुत्वजनित त्वरण निम्न के अनुक्रमानुपाती है
पृथ्वी को एकसमान द्रव्यमान घनत्व का गोला मानते हुए, यदि किसी पिण्ड का भार धरातल पर $200 \mathrm{~N}$ है, तो धरातल से $d=\frac{R}{2}$ की गहराई पर इसका भार होगा (दिया है, $\mathrm{R}=$ पृथ्वी की त्रिज्या):