एक मोटर-साइकिल चालक एक समतल सड़क पर $72$ किमी/घण्टा की चाल से जा रहा है। यह एक स्थान पर मुड़ता है जहाँ सड़क की वक्रता त्रिज्या $20$ मीटर तथा $g\, = 10$ मीटर/सैकण्ड$^{2}$ है। फिसलने से बचने के लिये उसको ऊध्र्वाधर तल से निम्न में से किस कोण से अधिक कोण पर नही झुकना चाहिये
$\theta = {\tan ^{ - 1}}6$
$\theta = {\tan ^{ - 1}}2$
$\theta = {\tan ^{ - 1}}25.92$
$\theta = {\tan ^{ - 1}}4$
एक केन्द्रीय आकर्षण बल, जो दूरी $r$ के व्युत्क्रमानुपाती है, के प्रभाव में एक कण वृत्तीय कक्षा में गतिमान है। कण की चाल होगी
$200\, g$ द्रव्यमान का कोई ब्लॉक किसी नियत चाल से एक क्षैतिज वत्ताकार खाँचे में जिसकी ऊर्ध्वाधर पार्श्व दीवारों की त्रिज्या $20 \,cm$ है, पर गति करता है। यदि ब्लॉक एक चक्कर पूरा करने में $40 \,s$ लेता है, तो खाँचे की पार्श्व दीवारों द्वारा आरोपित अभिलम्बवत् बल का मान होगा
एक समतल सड़क पर $4.9$ मीटर/सैकण्ड की चाल से गतिमान साइकिल सवार $4$ मीटर त्रिज्या के तीक्ष्ण वृत्ताकार मोड़ पर मुड़ सकता है। तब साइकिल के टायरों तथा सड़क के बीच घर्षण गुणांक है
एक कार $50 \mathrm{~m}$ त्रिज्या की क्षैतिज वक्राकार सड़क पर चल रही है। यदि सड़क व टायरों के बीच घर्षण गुणांक $0.34$ हो तब कार की लगभग अधिकतम चाल है। $\left[\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2}\right.$ लें $]$
$m$ द्रव्यमान का एक कण $r$ त्रिज्या के पथ पर एक समान वृत्तीय गति कर रहा है। यदि इसके रेखीय संवेग का परिमाण $p$ हो तो कण पर कार्यरत् त्रैज्यीय बल होगा