एक समरूप चालक तार $ABC$ का द्रव्यमान $10\,gm$ है। इसमें से $2\,A$ की धारा प्रवाहित होने पर तार में उत्पन्न त्वरण क्या होगा, यदि तार $\mathop B\limits^ \to  $ के चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित है

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  • A

    शून्य

  • B

    $12\,m{s^{ - 2}}$ $y$-अक्ष के अनुदिश

  • C

    $1.2 \times {10^{ - 3}}\,m{s^{ - 2}}$ $y$-अक्ष के अनुदिश

  • D

    $0.6 \times {10^{ - 3}}\,m{s^{ - 2}}$ $y$-अक्ष के अनुदिश

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एक $3.0\, cm$ लंबा तार जिसमें $10\, A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है, एक परिनालिका के भीतर उसके अक्ष के लंबवत रखा है। परिनालिका के भीतर चुंबकीय क्षेत्र का मान $0.27\, T$ है। तार पर लगने वाला चुंबकीय बल क्या है।

$10\,cm$ लम्बे दो तार जहाँ प्रत्येक में $5\,A$ धारा प्रवाहित होती है, एक दूसरे के समान्तर रखे गये है। यदि प्रत्येक तार $10^{-5}\,N$ का बल अनुभव करता है तो तारो के बीच दूरी $cm$ में ज्ञात कीजिए।

  • [JEE MAIN 2022]

$l$ लम्बाई के एक वृत्ताकार तार में धारा $I$ प्रवाहित हो रही है। इसे एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $\mathop B\limits^ \to  $ (पृष्ठ के बाहर की ओर) में इस प्रकार रखा गया है कि इसका तल चुम्बकीय क्षेत्र $\mathop B\limits^ \to  $ की दिशा के लम्बवत् है। यह तार अनुभव करेगा

एक $2.0\,\mu C$ का आवेश $3.0 \times {10^6}\,m{s^{ - 1}}$ की चाल से धनात्मक $X$ - अक्ष की दिशा में गतिमान है। एक चुम्बकीय क्षेत्र $\vec B = - 0.2\,\,\hat k$ टेसला इस स्थान पर कार्यरत है। तब आवेश पर कार्यरत चुम्बकीय बल $({\overrightarrow F _m})$ है

एक सीधे धारावाही चालक में $5A$ की धारा प्रवाहित हो रही है। एक इलेक्ट्रॉन चालक के समान्तर $0.1$ मीटर की दूरी पर $5 \times {10^6}\,m{s^{ - 1}}$ की चाल से गति कर रहा है, इस पर लगने वाला बल है