शांत जल में खड़ी एक नाव से जब कोई व्यक्ति किनारे पर कूदता है तब नाव
आगे चलती है
पीछे चलती है
अन्य दिशा में विस्थापित होती है
उपरोक्त में से कोई नहीं
दिए गए ग्राफ $I, II, III$ व $IV $ समय के साथ बल में होने वाले परिवर्तन को दर्शाते हैं। कौन सा ग्राफ उस स्थिति को दर्शाता है, जब आवेग अधिकतम है
$m$ द्रव्यमान का एक कण $u$ वेग से $m$ द्रव्यमान के एक अन्य स्थिर कण से एक विमीय प्रत्यास्थ संघट्ट करता है, तथा संघट्ट के पश्चात् दोनों कण अल्प समय $T$ तक परस्पर संपर्क में रहते हैं। समयांतराल $\frac{T}{4}$ में संपर्क बल का मान $0$ से $F_0$ तक रैखिक रूप से बढ़ता है, तत्पश्चात् $\frac{T}{2}$ समय तक नियत रहता है तथा फिर $\frac{T}{4}$ समय में रैखिक रूप से घटकर शून्य हो जाता है, जैसा कि चित्र में प्रदर्शित है। $F_0$ का परिमाण है
रॉकेट नोदन के लिये प्रयुक्त गैस का प्रारम्भिक ताप $4000\,K$ है, रॉकेट से बाहर निकलने पर इसका तापक्रम गिरकर $1000\,K$ हो जाता है, तब कौनसी गैस रॉकेट से निकलने पर सर्वाधिक संवेग प्राप्त करेगी
$‘M’$ द्रव्यमान का एक पिण्ड $v $ वेग से दीवार से टकराकर उसी चाल से उसी पथ पर वापस लौटता है। संवेग में परिवर्तन है (यदि वेग की प्रारम्भिक दिशा को धनात्मक माना जाये)
$50 $ डाइन का एक बल, $5 $ ग्राम द्रव्यमान की एक स्थिर वस्तु पर 3 सैकण्ड तक लगाया गया है। आवेग का मान है