चित्र में दिखाई गई आयताकार कुण्डली पर परिणामी बल है
$25 \times {10^{ - 7}}\,N,$ तार की ओर
$25 \times {10^{ - 7}}\,N$ तार से दूर की ओर
$35 \times {10^{ - 7}}\,N,$ तार की ओर
$35 \times {10^{ - 7}}\,N,$ तार से दूर की ओर
एक रेखीय चालक जिसकी लम्बाई $40\, cm$ है तथा इसमें $3\, A$ धारा बह रही है, $500$ गॉस तीव्रता के एक चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है। अगर चालक चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से $30^\circ $ का कोण बनाता है तो उस पर लगने वाले बल का मान होगा
तीन लम्बे, सीधे एवं समान्तर धारावाही तारों को चित्रानुसार व्यवस्थित किया गया है। तार $C$ की $25\, cm$ लम्बाई पर कुल बल होगा
कोई वर्गाकार पाश (लूप) $ABCD$ जिससे धारा $i$ प्रवाहित हो रही है, किसी लम्बे सीधे चालक $XY$ जिससे धारा $I$ प्रवाहित हो रही है के निकट एक ही तल में रखा है। इस पाश पर लगने वाला नेट बल होगा:
दिखाए गये अनंत लम्बाई के चालक में $5$ एम्पियर की धारा प्रवाहित होती है। चालक के समान्तर एक इलेक्ट्रॉन $10^{5}$ मी.$/$से. के चाल से गति करता है। एक क्षण पर इलेक्ट्रॉन तथा चालक के बीच लम्बवत् दूरी $20$ से.मी. है। उस क्षण पर इलेक्ट्रॉन द्वारा अनुभव किये जाने वाले बल ($\times 10^{-20} \,N$) के परिमाण की गणना कीजिए।
एक मीटर लम्बा तार चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् स्थित है। $0.98$ टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र में इस पर कार्यरत् बल $1\, kg$ भार है इसमें प्रवाहित धारा.........$A$ होगी