एक मीटर लम्बा तार चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् स्थित है। $0.98$ टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र में इस पर कार्यरत् बल $1\, kg$ भार है इसमें प्रवाहित धारा.........$A$ होगी
$100$
$10$
$1$
$0$
एक पावर लाइन पूर्व-पश्चिम दिशा में है एवं इसमें $10$ ऐम्पियर की धारा बह रही है तो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र ${10^{ - 4}}\,tesla$ के कारण पावर लाइन के प्रतिमीटर लम्बाई पर कार्यरत बल होगा
एक त्रिभुजाकार तार जिसमें $10\,A$ मान की धारा प्रवाहित हो रही है, इसको $0.5\,T$ मान के किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। $CD$ भाग पर आरोपित चुम्बकीय बल का मान $............\,N$ हैं (दिया है $BC = CD = BD =5\,cm$ ).
तीन लम्बे, सीधे और समान्तर तारों से चित्र में दर्शाये अनुसार धारा प्रवाहित की जाती है। तार $Q$ के $10 \,cm$ लम्बाई पर लगने वाला बल होगा
तीन लम्बे, सीधे एवं समान्तर तारों में चित्रानुसार धाराऐं बह रही हैं। तार $C$ जिसमें से $5.0\, amp$ की धारा बह रही है। इस प्रकार रखा जाता है कि इस पर कोई बल कार्य नहीं करता है। तार $C$ की तार $D$ से दूरी होगी
$1.5 \,T$ का एक एकसमान चुंबकीय क्षत्र, $10.0\, cm$ त्रिज्या के बेलनाकार क्षेत्र में विद्यमान है। इसकी दिशा अक्ष के समांतर पूर्व से पश्चिम की ओर है। एक तार जिसमें $7.0\,A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है इस क्षेत्र में होकर उत्तर से दक्षिण की ओर गुजरती है। तार पर लगने वाले बल का परिमाण और दिशा क्या है, यदि
$(a)$ तार अक्ष को काटता हो,
$(b)$ तार $N - S$ दिशा से घुमाकर उत्तर पूर्व-उत्तर पश्चिम दिशा में कर दिया जाए,
$(c)$ $N - S$ दिशा में रखते हुए ही तार को अक्ष से $6.0 \,cm$ नीचे उतार दिया जाए।