एक तार जिसमें $8\,A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है, $0.15\, T$ के एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में, क्षेत्र से $30^{\circ}$ का कोण बनाते हुए रखा है। इसकी एकांक लंबाई पर लगने वाले बल का परिमाण और इसकी दिशा क्या है?

  • A

    $0.8$

  • B

    $0.6$

  • C

    $1.2$

  • D

    $1.6$

Similar Questions

तीन लम्बे, सीधे एवं समान्तर तारों में चित्रानुसार धाराऐं बह रही हैं। तार $C$ जिसमें से $5.0\, amp$ की धारा बह रही है। इस प्रकार रखा जाता है कि इस पर कोई बल कार्य नहीं करता है। तार $C$ की तार $D$ से दूरी होगी

दो समान्तर चालकों $A$ एवं $B$  में क्रमश: $10$ एवं $2$ ऐम्पियर की धारा विपरीत दिशा में बह रही है। चालक $A$ तथा चालक $B$ की लम्बाई $2$ मीटर है। यदि चालक $B$ की $A$ से दूरी $10\, cm$ है तो $B$ पर आरोपित बल का मान होगा

$40 \mathrm{~g}$ द्रव्यमान तथा $50 \mathrm{~cm}$ लम्बाई का एक सीधा तार $\mathrm{AB}$ को लचीले तार द्वारा $0.40 \mathrm{~T}$ परिमाण के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में प्रदर्शित चित्र अनुसार लटकाया गया है। आधार से लगी लीडों का तनाव खत्म करने के लिए तार में आवश्यक धारा का परिमाण_____________$\mathrm{A}$ होगा (दिया है $\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2}$ ).

  • [JEE MAIN 2023]

दो समान्तर तार एक दूसरे से $10\, cm$ की दूरी पर हैं तथा प्रत्येक में एक ही दिशा में $10\, A$ की धारा बह रही है। एक तार दूसरे के प्रति एकांक लम्बाई पर कितना बल आरोपित करेगा

  • [AIPMT 1997]

दो पतले, लम्बे समान्तर तार, जिनके बीच ‘$d$’ दूरी है तथा जिनसे एक ही दिशा में ‘$i$’ ऐम्पियर की धारा बह रही है, एक दूसरे को ण्

  • [AIEEE 2005]