$2\, \Omega$ तथा $4\, \Omega$ प्रतिरोध के दो प्रतिरोधकों को किसी बैटरी से संयोजित करने पर यदि ये प्रतिरोधक:

  • A

    श्रेणीक्रम में संयोजित हों तो इनसे समान धारा प्रवाहित होगी

  • B

    पार्श्वक्रम में संयोजित हों तो इनसे समान धारा प्रवाहित होगी

  • C

    श्रेणीक्रम में संयोजित हों तो इनके सिरों पर समान विभवांतर होगा

  • D

    पार्श्वक्रम में संयोजित हों तो इनके सिरों पर विभिन्न विभवांतर होंगे

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किसी ऐसे विध्युत परिपथ का आरेख खींचिए जिसमें एक सेल, एक कुंजी, एक ऐमीटर तथा $4 \,\Omega$ के दो प्रतिरोधकों के पार्श्व संयोजन के साथ श्रेणीक्रम में एक $2 \,\Omega$ का प्रतिरोधक संयोजित हो और पार्श्व संयोजन के सिरों के बीच एक वोल्टमीटर संयोजित हों। क्या $2\, \Omega$ प्रतिरोधक के सिरों के बीच विभवांतर $4\, \Omega$ के दो प्रतिरोधकों के पार्श्व संयोजन के सिरों पर विभवांतर के समान होगा? उत्तर की पुष्टि कीजिए। 

तीन तापदीप्त लैंप, जिनमें प्रत्येक $100 \,W ; 220\, V$ का है , किसी $220\, V$ आपूर्ति के विध्युत परिपथ में श्रेणीक्रम में संयोजित हैं। किसी अन्य परिपथ में समान विध्युत स्रोत से यही तीनों लैंप पार्श्वक्रम में संयोजित हैं। क्या दोनों परिपथों में बल्ब समान तीव्रता से चमकेंगे? अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।

जूल का तापीय प्रभाव क्या है? इसका प्रायोगिक निदर्शन किस प्रकार किया जा सकता है? दैनिक जीवन में इसके चार अनुप्रयोग लिखिए।

आप यह निष्कर्ष किस प्रकार निकालेंगे कि किसी बैटरी से पार्श्व क्रम में संयोजित तीन प्रतिरोधकों में प्रत्येक के सिरों पर समान विभवांतर ( वोल्टता) होता है?

चित्र में दिए गए विध्युत परिपथ में निम्नलिखित के मान ज्ञात कीजिए:

$(a)$ संयोजन में $8\, \Omega$ के दो प्रतिरोधकों का प्रभावी प्रतिरोध

$(b)$ $4\, \Omega$ प्रतिरोधक से प्रवाहित धारा

$(c)$ $4 \,\Omega$ प्रतिरोधक के सिरों के बीच विभवांतर

$(d)$ $4\, \Omega$ प्रतिरोधक में शक्ति-क्षय

$(e)$ $A _{1}$ तथा $A _{2}$ के पाठ्यांकों में अंतर ( यदि कोई है)।