समान द्रव्यमान के दो कण क्रमश:${r_1}$ तथा ${r_2}$ त्रिज्याओं के वृत्ताकार पथों पर घूम रहे हैं। उनकी चालें समान हैं, उनके अभिकेन्द्रीय बलों का अनुपात होगा

  • A

    $\frac{{{r_2}}}{{{r_1}}}$

  • B

    $\sqrt {\frac{{{r_2}}}{{{r_1}}}} $

  • C

    ${\left( {\frac{{{r_1}}}{{{r_2}}}} \right)^2}$

  • D

    ${\left( {\frac{{{r_2}}}{{{r_1}}}} \right)^2}$

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अधिकतम संभावित चाल पर किसी झुकी हुई सड़क पर बिना फिसले $30^{\circ}$ मोड़ को पार करने के लिए किसी $800\, kg$ द्रव्यमान के वाहन के लिए अभिलम्ब प्रतिक्रिया $......\,\times 10^{3} \,kg \,m / s ^{2}$ होगी।

[दिया है $\cos 30^{\circ}=0.87, \mu_{s}=0.2$ ]

  • [JEE MAIN 2021]

समान द्रव्यमान की दो वस्तुऐं ${R_1}$ तथा ${R_2}$ त्रिज्या वाली वृत्ताकार कक्षा में समान आवर्तकाल से गति कर रहीं हैं। उनके अभिकेन्द्रीय बलों का अनुपात होगा

$16 \,​kg$ द्रव्यमान का एक पिण्ड, $144$ मीटर लम्बी डोरी से बांधकर क्षैतिज वृत्त में घुमाया जा रहा है। डोरी अधिकतम $16$ न्यूटन का तनाव सहन कर सकती है, वह अधिकतम वेग ....... $ms^{-1}$ होगा कि जिससे घुमाने पर रस्सी न टूटे

एक कार उच्च गति से जब एक मोड़ पर मुड़ती है, तो इस पर बाहर की ओर एक बल कार्य करता है। इसका कारण है

$500$ किग्रा की एक कार $50\,​ m$ त्रिज्या के वृत्त में $36$ किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से चक्कर लगा रही है, तो अभिकेन्द्रीय बल..........  $N$ होगा

  • [AIPMT 1999]