$500$ किग्रा की एक कार $50\, m$ त्रिज्या के वृत्त में $36$ किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से चक्कर लगा रही है, तो अभिकेन्द्रीय बल.......... $N$ होगा
$250 $
$750$
$1000$
$1200$
कोई रेलगाड़ी बिना ढाल वाले $30\, m$ त्रिज्या के वृत्तीय मोड़ पर $54\, km\, h ^{-1}$ चाल से चलती है। रेलगाड़ी की संहति $10^{6}\, kg$ हैं। इस कार्य को करने के लिए आवश्यक अभिकेंद्र बल कौन प्रदान करता है ? इंजन अथवा पटरियाँ ? पटरियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए मोड़ का ढाल-कोण कितना होना चाहिए ?
दो पत्थरों के द्रव्यमान $m$ तथा $2m$ हैं | भारी पत्थर को $\frac{r}{2}$ त्रिज्या के तथा हल्के पत्थर को $r$ त्रिज्या के वृत्ताकार क्षैतिज पथों पर घुमाया जाता है | जब ये पत्थर एकसमान अभिकेंद्रीय बल अनुभव करते हैं, तब हल्के पत्थर का रेखीय वेग भारी पत्थर के रेखीय वेग का $n$ गुना है, तब $n$ का मान है
यदि कार के टायरों तथा सड़क के बीच घर्षण गुणांक $0.4$ हो तो सड़क के $30$ मीटर त्रिज्या वाले मोड़ पर कार की अधिकतम चाल ....... $m/sec$ होगी
एक साइकिल चालक $15$ मील/घण्टे की चाल से वृत्तीय मार्ग पर मुड़ता है। यदि वह अपनी चाल दोगुनी कर दे, तो उसके फिसलने की संभावना होगी
एक कार उच्च गति से जब एक मोड़ पर मुड़ती है, तो इस पर बाहर की ओर एक बल कार्य करता है। इसका कारण है