समान लम्बाई के दो समान्तर चालकों $A$ तथा $B$ में क्रमश: $I$ तथा $10\,I$  धाराएँ समान दिशा में बह रहीं हैं तो

  • A

    $A$ तथा $B$ दोनों एक-दूसरे को समान बल से प्रतिकर्षित करेंगे

  • B

    $A$ तथा $B$ दोनों एक-दूसरे को समान बल से प्रतिकर्षित करेंगे

  • C

    $A$, $B$ को आकर्षित करेगा, परन्तु $B$, $A$ को प्रतिकर्षित करेगा

  • D

    $A$ तथा $B$ दोनों एक-दूसरे को अलग-अलग बलों से आकर्षित करेंगे

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दो लम्बे एवं समान्तर तार, जिनमें समान धारा बह रही है, एक दूसरे से $1$ मीटर की दूरी पर रखे हैं, तथा एक दूसरे पर $2 \times {10^{ - 7}}\,N/m$ बल लगाते हैं। इनमें प्रवाहित धारा है

दो लम्बे, सीधे, समान्तर तारों के बीच की दूरी $d$ है। इनसे $I _{1}$ तथा $I _{2}$ धारायें प्रवाहित हो रही हैं ( जिनके मान समायोजित किये जा सकते हैं) यदि इन तारों के बीच प्रतिकर्षण होने पर इनके बीच बल $' F '$ को 'धनात्मक' तथा इन के बीच आकर्षण होने पर बल $F$ को ऋणात्मक माना जाय तो, $I _{1}$ तथा $I _{2}$ के गुणनफल $\left( I _{1} I _{2}\right)$ पर ' $F ^{\text {' }}$ के निर्भर होने को कौन सा ग्राफ ठीक (सही) दर्शाता है ?

  • [JEE MAIN 2015]

$L$ लम्बाई के तार की किसी भी आकृति की बंद कुण्डली में $I$ ऐम्पियर धारा प्रवाहित होती है। यदि कुण्डली का तल चुम्बकीय क्षेत्र $\mathop B\limits^ \to  $ के लम्बवत् हो तो कुण्डली पर बल लगेगा

$25 \mathrm{~cm}^2$ क्षेत्रफल वाले किसी वर्गाकार घेरे का प्रतिरोध $10 \Omega$ हैं। यह घेरा $40.0 \mathrm{~T}$ परिमाण वाले किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है। घेरे का तल, चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत है। घेरे को धीमे-धीमे एकसमान रूप से $1.0$ सेकन्ड के समय में खींचकर चुम्बकीय क्षेत्र से बाहर निकालने में किए गए कार्य का मान $..........\times 10^{-3}$ $J$ होगा:

  • [JEE MAIN 2023]

दो लम्बे व समान्तर तारों में प्रवाहित धारायें क्रमश: $i_1$ व $i_2$ (${i_1} > {i_2}$) हैं। जब इनमें प्रवाहित धाराओं की दिशायें समान हैं तब तारों के बीच मध्य बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र $10\, \mu T$ है। जब $i_2$ धारा की दिशा विपरीत कर दी जाती है तब इसका मान $40\, \mu T$ हो जाता है, अनुपात ${i_1}/{i_2}$ है