$25 \mathrm{~cm}^2$ क्षेत्रफल वाले किसी वर्गाकार घेरे का प्रतिरोध $10 \Omega$ हैं। यह घेरा $40.0 \mathrm{~T}$ परिमाण वाले किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है। घेरे का तल, चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत है। घेरे को धीमे-धीमे एकसमान रूप से $1.0$ सेकन्ड के समय में खींचकर चुम्बकीय क्षेत्र से बाहर निकालने में किए गए कार्य का मान $..........\times 10^{-3}$ $J$ होगा:
$2.5$
$1.0$
$10$
$5$
एक इलेक्ट्रॉन पुंज एवं एक प्रोटॉन पुंज एक दूसरे के समान्तर एक ही दिशा में गतिमान हैं। तब ये
दो समान्तर चालकों $A$ एवं $B$ में क्रमश: $10$ एवं $2$ ऐम्पियर की धारा विपरीत दिशा में बह रही है। चालक $A$ तथा चालक $B$ की लम्बाई $2$ मीटर है। यदि चालक $B$ की $A$ से दूरी $10\, cm$ है तो $B$ पर आरोपित बल का मान होगा
दो समान्तर चालकों में से समान परिमाण की धारा एक ही दिशा में बह रही है। वे आरोपित करेंगे
लचीले तार से अनियमित आकति में बना कोई लूप, जिससे धारा प्रवाहित हो रही है किसी बाहरी चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है। चुम्बकीय क्षेत्र के तार पर प्रभाव की पहचान कीजिए।
एक वर्गाकार पाश (लूप) को, जिससे विधुतधारा प्रवाहित हो रही है, किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में लटकाया गया है। चुम्बकीय क्षेत्र पाश (लूप) के समतल में कार्य करता है। यदि पाश की किसी एक भुजा पर $\vec{F}$ बल लगता है तो, शेष तीन भुजाओं पर नेट बल है