एक ही आकार के दो धात्विक घनों $A$ तथा $B$ को साथ जोड़कर रखा गया है। युग्म के अन्तिम सिरों को चित्र में दर्शाये गये तापमानों पर स्थिर रखा जाता है। यह विन्यास $(Arrangement)$ ऊष्मारोधित $(Thermally\,\, insulated)$ है। धातुओं $A$ तथा $B$ के ऊष्मा चालकता गुणांक क्रमश: $300\;W/m^\circ C$ तथा $200\;W/m^\circ C$ है, तब स्थायी अवस्था में अन्तरापृष्ठ का तापमान $T $...... $^oC$ है
$45$
$90$
$30$
$60$
दो पतले कम्बल उनकी कुल मोटाई के तुल्य एक कम्बल, की तुलना में अधिक गर्माहट देते हैं क्योंकि
लम्बाई $L$ और एकसमान परिच्छेद क्षेत्रफल $A$ की एक छड़ के दो सिरों को दो तापमानों $T _{1}$ और $T _{2}$ (जबकि $T _{1}> T _{2}$ है ) पर निरन्तर रखा जा रहा है। स्थिर अवस्था में छड़ में से ऊष्मा के स्थानान्तरण की दर, $\frac{d Q}{d t}$ होगी
निम्न छड़ों (विमीय रूप से समान है) में से किसमें ऊष्मीय धारा अधिकतम होगी
स्थायी अवस्था में छड़ के सिरों का ताप ${100^o}C$ एवं ${0^o}C$ है, यदि छड़ की लम्बाई $20$ सेमी है तो गर्म सिरे $A$ से $6$ सेमी की दूरी पर छड़ का ताप....... $^oC$ होगा
सर्दियों में ऊन के कपड़े पहने जाते हैं, क्योंकि ऊन के कपड़े