दो पतले कम्बल उनकी कुल मोटाई के तुल्य एक कम्बल, की तुलना में अधिक गर्माहट देते हैं क्योंकि
उनका पृष्ठीय क्षेत्रफल अधिक रहता
दोनों पतले कम्बलों के मध्य वायु की पर्त बन जाती है और वह कुचालक रहती है
उन दोनों में ऊन अधिक रहती है
वे बाहर से अधिक ऊष्मा का शोषण करते हैं
विभिन्न पदार्थों के बने दो पात्र आकार तथा आकृति में बिल्कुल समान है। उनमें रखी हुयी बर्फ की समान मात्रा को पिघलने में क्रमश: $20$ तथा $40$ मिनट लगते हैं। इनके पदार्थों की ऊष्मा चालकताओं में अनुपात होगा
ऊष्मा की वह मात्रा जो चालन के दौरान धात्विक प्लेट का इकाई क्षेत्रफल पार करती है। निम्न पर निर्भर करती है
दो प्लेटों $\mathrm{A}$ व $\mathrm{B}$ की ऊष्मा चलाकताएं क्रमशः $84 \mathrm{Wm}^{-1} \mathrm{~K}^{-1}$ तथा $126 \mathrm{Wm}^{-1} \mathrm{~K}^{-1}$ हैं। उनकी मोटाई व पृष्ठ क्षेत्रफल एक समान हैं। वे अपने तलों के साथ संपर्क में रखी है। यदि $\mathrm{A}$ व $\mathrm{B}$ के बाहरी तलों का तापमान क्रमशः $100^{\circ} \mathrm{C}$ तथा $0^{\circ} \mathrm{C}$ है। स्थाई अवस्था में संपर्क तल का तापमान________________${ }^{\circ} \mathrm{C}$ है।
समान आकार की तीन छड़ें चित्रानुसार व्यवस्थित की गई हैं इनकी ऊष्मा चालकताएँ${K_1},{K_2}$ एवं ${K_3}$ हैं। बिन्दु $P$ व $Q$ को अलग-अलग तापों पर इस प्रकार रखा जाता है, कि $PRQ$ व $PQ$ के अनुदिश ऊष्मा प्रवाह की दर समान है, तब