दो लम्बे तार स्वतन्त्रापूर्वक लटके हैं। यदि इन्हें पहले समान्तर-क्रम में, फिर श्रेणीक्रम में जोड़कर एक बैटरी से जोड़ा जाये तो दोनों दशा में दोनों तारों के बीच कैसा बल लगेगा
समान्तर-क्रम में आकर्षण बल और श्रेणीक्रम में प्रतिकर्षण बल
समान्तर-क्रम में प्रतिकर्षण बल और श्रेणीक्रम में आकर्षण बल
दोनों स्थितियों में प्रतिकर्षण बल
दोनों स्थितियों में आकर्षण बल
$l$ लम्बाई के एक वृत्ताकार तार में धारा $I$ प्रवाहित हो रही है। इसे एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $\mathop B\limits^ \to $ (पृष्ठ के बाहर की ओर) में इस प्रकार रखा गया है कि इसका तल चुम्बकीय क्षेत्र $\mathop B\limits^ \to $ की दिशा के लम्बवत् है। यह तार अनुभव करेगा
एक समरूप चालक तार $ABC$ का द्रव्यमान $10\,gm$ है। इसमें से $2\,A$ की धारा प्रवाहित होने पर तार में उत्पन्न त्वरण क्या होगा, यदि तार $\mathop B\limits^ \to $ के चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित है
एक प्रोटोन आकाश के एक परिसर में बिना वेग परिवर्तन के एक नियत वेग से गति करता है। यदि $\overrightarrow{\mathrm{E}}$ तथा $\overrightarrow{\mathrm{B}}$ क्रमशः वैद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र हों तो आकाश के उस परिसर में होगा :
($A$) $\mathrm{E}=0, \mathrm{~B}=0$
($B$) $\mathrm{E}=0, \mathrm{~B} \neq 0$
($C$) $\mathrm{E} \neq 0, \mathrm{~B}=0$
($D$) $\mathrm{E} \neq 0, \mathrm{~B} \neq 0$
नीचे दिये गये कथनों में से सबसे उचित उत्तर चुनिए :
तीन लम्बे, सीधे एवं समान्तर तारों में चित्रानुसार धाराऐं बह रही हैं। तार $C$ जिसमें से $5.0\, amp$ की धारा बह रही है। इस प्रकार रखा जाता है कि इस पर कोई बल कार्य नहीं करता है। तार $C$ की तार $D$ से दूरी होगी
एक आयताकार कुण्डली में से $i$ धारा प्रवाहित हो रही है। इस कुण्डली को तार के समीप इस प्रकार रखा जाता है कि इसकी एक भुजा तार के समानान्तर रहे। यदि तार में से स्थायी धारा $I$ प्रवाहित हो रही है, तब कुण्डली