दो लम्बे चालकों के बीच की दूरी $d$ है एवं इनमें $I_1$ तथा $I_2$ धाराएँ समान दिशा में प्रवाहित हो रही है। ये एक दूसरे पर बल $F$ आरोपित करते हैं। अब इनमें से एक तार में धारा का मान बढ़ाकर दो गुना कर देते हैं तथा दिशा भी उत्क्रमित कर देते हैं, दूरी में भी वृद्धि करके इसे $3d$ कर दिया जाता है। दोनों के बीच लगने वाले नये बल का मान है

  • [AIEEE 2004]
  • A

    $-2F$

  • B

    $F/3$

  • C

    $2F/3$

  • D

    $-F/3$

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एक पावर लाइन पूर्व-पश्चिम दिशा में है एवं इसमें  $10$ ऐम्पियर की धारा बह रही है तो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र ${10^{ - 4}}\,tesla$ के कारण पावर लाइन के प्रतिमीटर लम्बाई पर कार्यरत बल होगा

एक तार जिसमें $8\,A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है, $0.15\, T$ के एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में, क्षेत्र से $30^{\circ}$ का कोण बनाते हुए रखा है। इसकी एकांक लंबाई पर लगने वाले बल का परिमाण और इसकी दिशा क्या है?

एक $2.0\,\mu C$ का आवेश $3.0 \times {10^6}\,m{s^{ - 1}}$ की चाल से धनात्मक $X$ - अक्ष की दिशा में गतिमान है। एक चुम्बकीय क्षेत्र $\vec B = - 0.2\,\,\hat k$ टेसला इस स्थान पर कार्यरत है। तब आवेश पर कार्यरत चुम्बकीय बल $({\overrightarrow F _m})$ है

समान लम्बाई के दो समान्तर चालकों $A$ तथा $B$ में क्रमश: $I$ तथा $10\,I$  धाराएँ समान दिशा में बह रहीं हैं तो

$A$ और $B$ दो चालक हैं। दोनों में $I$ ऐम्पियर की धारा एक ही दिशा में बह रही है $x$ एवं $y$ दो इलेक्ट्रॉन पुंज एक ही दिशा में गतिमान हैं। तब