ताँबे के दो बर्तन $A$ एवं $B$ की तली का क्षेत्रफल समान है, किन्तु उनकी आकृतियाँ अलग-अलग है। किसी विशेष उभयनिष्ठ ऊंघूाई तक भरें जाने के लिए $B$ को जितने जल की आवश्यकता होती है, $A$ में उसके दोगुने आयतन का पानी आ सकता है। तो निम्नलिखित में से सही कथन है:
$A$ एवं $B$-के तली के क्षेत्र पर दाब समान होगा।
$A$ एवं $B$ के तली के क्षेत्र पर दाब समान नहीं होगा।
दोनों बर्तनों $A$ एवं $B$ का भार समान है।
बर्तन $B$ का भार, $A$ के भार से दोगुना होगा।
दोनों सिरों पर खुली एक यू-नलिका को पानी से आंशिक भरा गया है। इसकी एक भूजा में पानी में निश्रित न होने वाला एक तेल इतना डाला गया है कि यह दूसरी नली में पानी के तल से $10\, mm$ ऊँचा हो जाता है तथा दूसरी भुजा में पानी का तल उसके प्रारंभिक तल से $65\, mm$ ऊँचा चढ़ जाता है। (आरेख देखिये) तो इस तेल का आपेक्षिक घनत्व ........ $kg/m^3$ है
निम्न चित्र में पारा से भरी एक ट्यूूब को दर्शाया गया है। $A, B, C, D$ द्वारा अंक्ति बिन्दुओं पर दाबों के बारे में निम्न में से कौन सा विकल्प सही है ?
उगले प्रश्न की समस्या में, $U-$ नली की दोनों भुजाओं में इन्हीं दोनों द्रवों को और उड़ेल कर दोनों द्रवों के स्तंभों की ऊँचाई $15 \,cm$ और बढ़ा दी जाएँ, तो दोनों भुजाओं में पारे के स्तरों में क्या अंतर होगा । ( पारे का आपेक्षिक घनत्व $=13.6$ ) ।
$12^{\circ} \mathrm{C}$ तापमान पर $40 \mathrm{~m}$ गहरी झील की तली से $1 \mathrm{~cm}^3$ आयतन का एक वायु का बुलबुला उठता है। वायुमण्डलीय दाब $1 \times 10^5 \mathrm{~Pa}$, गुरुत्वीय त्वरण $\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^2$ एवं पानी का घनत्व $1000 \mathrm{~kg} / \mathrm{m}^3$ है। पानी की सतह एवं $40 \mathrm{~m}$ की गहराई पर पानी के तापमान में कोई अन्तर नहीं है। जब वायु का बुलबुला सतह पर पहुँचता है तब इसका आयतन होगा:
एक वृत्ताकार नली ऊर्ध्वाधर तल में है। दो द्रव, जो एक दूसरे से मिश्रित नहीं होते तथा जिनका घनत्व $d_{1}$ एवं $d_{2}$ हैं, नली में भरे गये हैं। प्रत्येक द्रव केन्द्र पर $90^{\circ}$ का कोण अंतरित करता हैं। उनके अंत: पृष्ठ को जोड़ने वाली त्रिज्या ऊर्ध्वाधर से $\alpha$ कोण बनाती हैं। अनुपात $\frac{d_{1}}{d_{2}}$ है :