दो चुम्बकों के चुम्बकीय आघूर्णों की तुलना करने के लिये योगान्तर विधि एक उत्तम विधि है, क्योंकि

  • A

    जड़त्व आघूर्ण ज्ञात करने की आवश्यकता नहीं रहती है, इससे त्रुटि कम हो जाती है

  • B

    कम पाठ्यांकों के लेने की आवश्यकता रहती है

  • C

    तुलनात्मक गणना सरल रहती है

  • D

    उपरोक्त सभी

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किसी चुम्बक की लम्बाई इसकी मोटाई एवं चौड़ाई की तुलना में बहुत अधिक है। दोलन चुम्बकत्वमापी में इस चुम्बक के दोलन का दोलनकाल $2 \,s $ है। इस चुम्बक को लम्बाई के अनुदिश तीन बराबर टुकड़ों में तोड़कर तीनों टुकड़ों को एक के ऊपर एक इस प्रकार रखते हैं कि उनके सजातीय ध्रुव साथ-साथ हो। इस संयोजन का दोलनकाल होगा

  • [AIEEE 2004]

दो छड़ चुम्बकों के चुम्बकीय आघूर्णों का अनुपात $13 : 5$ है। यदि इन चुम्बकों को दोलन चुम्बकत्वमापी में एकसाथ रखकर दोलन कराये जायें, इस प्रकार कि इनके समान ध्रुव एक ओर रहें तो यह निकाय प्रति मिनट $15$ दोलन करता है यदि असमान ध्रुव एक ओर रहें तो इस निकाय की आवृत्ति ....दोलन/मिनट होगी

दो छड़ चुम्बकों की लम्बाई , चौड़ाई  और द्रव्यमान समान हैं परन्तु चुम्बकीय आघूर्ण क्रमश: $M$ और $2M$  हैं । इन्हें योग की स्थिति में दोलन चुम्बकत्वमापी में रखा जाता है तो आवर्तकाल $3$  सैकण्ड प्राप्त होता है । अन्तर की स्थिति में आवर्तकाल होगा

एक दोलन चुम्बकत्वमापी छोटी चुम्बक वाले चुम्बकीय याम्योत्तर में रखा है। चुम्बक पृथ्वी के $24$ माइक्रो टेस्ला के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक में, $2$ सेकण्ड के दोलन काल के साथ दोलन करती है I जब धारा वाले तार लगाकर पृथ्वी के क्षेत्र के विपरीत $18$ माइक्रो टेस्ला का एक क्षैतिज क्षेत्र तैयार किया जाता जाता है, तो चुम्बक का नया आवर्तकाल होगा

  • [AIPMT 2010]

किसी कम्पन चुम्बकत्वमापी में एक छड़ चुम्बक पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक में दोलन करता है और आवर्तकाल $2$ सैकण्ड है । जब एक चुम्बक इसके समीप और समान्तर लाते हैं तो आवर्तकाल घटकर $1$ सैकण्ड रह जाता है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $H$  तथा चुम्बक के क्षेत्र $F$ का अनुपात $H/F$  होगा