दो छड़ चुम्बकों के चुम्बकीय आघूर्णों का अनुपात $13 : 5$ है। यदि इन चुम्बकों को दोलन चुम्बकत्वमापी में एकसाथ रखकर दोलन कराये जायें, इस प्रकार कि इनके समान ध्रुव एक ओर रहें तो यह निकाय प्रति मिनट $15$ दोलन करता है यदि असमान ध्रुव एक ओर रहें तो इस निकाय की आवृत्ति ....दोलन/मिनट होगी
$10$
$15$
$12$
$\frac{{75}}{{13}}$
दोलन चुम्बकत्वमापी के द्वारा तुलना करते हैं
दण्ड चुम्बक $P$ प्रयोग करने पर कम्पन चुम्बकत्वमापी का दोलनकाल $2$ सैकण्ड है । जब दण्ड $ Q$ (जो द्रव्यमान और आकार में $P$ के समान है) $P$ के ऊपर रख दिया जाता है, तो दोलनकाल में कोई परिवर्तन नहीं होता है । निम्न में से कौनसा कथन सत्य है
दोलन चुम्बकत्वमापी में योगांतर विधि में, आवर्तकाल अधिक रहता है, यदि
एक दोलन चुम्बकत्वमापी में किसी चुम्बक का दोलनकाल $1.5 $ सैकण्ड है । उसी आकार, आकृति व द्रव्यमान के दूसरे समान चुम्बक, जिसका चुम्बकीय आघूर्ण का मान पहले चुम्बक के मान का एक-चौथाई है, का उसी स्थान पर दोलनकाल ..... सैकण्ड होगा
क्षैतिज तल में रखे एक छोटे छड़ चुंबक का अक्ष, चुंबकीय उत्तर-दक्षिण दिशा के अनुदिश है संतुलन बिंदु चुंबक के अक्ष पर, इसके केंद्र से $14 \,cm$ दूर स्थित है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र $0.36\, G$ एवं नति कोण शून्य है। चुंबक के अभिलंब समद्विभाजक पर इसके केंद्र से उतनी ही दूर ( $14 \,cm$ ) स्थित किसी बिदु पर परिणामी चुंबकीय क्षेत्र क्या होगा?