स्पर्शज्या धारामापी में परिवर्तन गुणांक का मात्रक है
ऐम्पियर
गॉस
रेडियन
उपरोक्त में से कोई नहीं
किसी दोलन चुम्बकत्वमापी के चुम्बक को इतना गर्म किया जाता है कि इसका चुम्बकीय आघूर्ण $19\%$ कम हो जाता है। तो ऐसा करने से चुम्बकत्वमापी का दोलनकाल
कम्पन चुम्बकत्वमापी किस सिद्धांत पर कार्य करता है
यदि दोलन चुम्बकत्वमापी में चुम्बक के साथ पीतल की छड़ भी रखी जाती है तो आवर्तकाल
यदि किसी सरल लोलक के गोलक को चुम्बक के द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया जाये तथा दोलनों को चुम्बक की लम्बाई के अनुदिश रखा जाये एवं एक ताम्र कुण्डली को इस प्रकार व्यवस्थित किया जाये कि चुम्बक का एक ध्रुव कुण्डली में अंदर बाहर हो। यदि कुण्डली को लघुपथित कर दिया जाये तो क्या होगा
एक स्पर्शज्या धारामापी की कुण्डली में $10 $ फेरे हैं तथा त्रिज्या $0.1\,m$ है। $60°$ के विक्षेप के लिये आवश्यक धारा ......$A$ होगी $({B_H} = 4 \times {10^{ - 5}}\,T)$