दोलन चुम्बकत्वमापी का आवर्तकाल $T_0$ है। इसकी चुम्बक एक अन्य चुम्बक से बदल दी जाती है, जिसका जड़त्व आघूर्ण पहले की तुलना में $3$ गुना तथा चुम्बकीय आघूर्ण $1/3$  गुना है। अब नया आवर्तकाल होगा

  • A

    $3T_0$

  • B

    $T_0$

  • C

    ${T_0}/\sqrt 3 $

  • D

    $T_0/3$

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दोलन चुम्बकत्वमापी को प्रयोग करने के पूर्व रखना चाहिये

एक दोलन चुम्बकत्वमापी छोटी चुम्बक वाले चुम्बकीय याम्योत्तर में रखा है। चुम्बक पृथ्वी के $24$ माइक्रो टेस्ला के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक में, $2$ सेकण्ड के दोलन काल के साथ दोलन करती है I जब धारा वाले तार लगाकर पृथ्वी के क्षेत्र के विपरीत $18$ माइक्रो टेस्ला का एक क्षैतिज क्षेत्र तैयार किया जाता जाता है, तो चुम्बक का नया आवर्तकाल होगा

  • [AIPMT 2010]

यदि किसी सरल लोलक के गोलक को चुम्बक के द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया जाये तथा दोलनों को चुम्बक की लम्बाई  के अनुदिश रखा जाये एवं एक ताम्र कुण्डली को इस प्रकार व्यवस्थित किया जाये कि चुम्बक का एक ध्रुव कुण्डली में अंदर बाहर हो। यदि कुण्डली को लघुपथित कर दिया जाये तो क्या होगा

किसी चुम्बक की लम्बाई इसकी मोटाई एवं चौड़ाई की तुलना में बहुत अधिक है। दोलन चुम्बकत्वमापी में इस चुम्बक के दोलन का दोलनकाल $2 \,s $ है। इस चुम्बक को लम्बाई के अनुदिश तीन बराबर टुकड़ों में तोड़कर तीनों टुकड़ों को एक के ऊपर एक इस प्रकार रखते हैं कि उनके सजातीय ध्रुव साथ-साथ हो। इस संयोजन का दोलनकाल होगा

  • [AIEEE 2004]

एक दोलन चुम्बकत्वमापी में दो चुम्बक एकसाथ रखे जाते हैं और पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र में दोलन करते हैं । एक जैसे ध्रुवों के साथ होने पर प्रति मिनट $12 $ दोलन होते हैं, परन्तु विपरीत ध्रुवों के एक साथ होने की स्थिति में केवल $4$ दोलन हो पाते हैं । चुम्बकीय आघूर्णों का अनुपात होगा