एक गोलीय संधारित्र के गोलाकारों की त्रिज्याएँ क्रमश: $12\;cm$ एवं $9\;cm$ हैं उनके बीच के माध्यम का परावैद्युतांक $6$ है, तो संधारित्र की धारिता होगी
$240\,pF$
$240\,\mu F$
$240$ फैरड
उपरोक्त में से कोई नहीं
जब आवेशित संधारित्र की प्लेटों के मध्य परावैद्युत पदार्थ को रख दिया जाता है, तो प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र
एक समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के मध्य वायु माध्यम है तथा उसकी धारिता $10\,\mu F$ है। प्लेटों के मध्य के क्षेत्र को दो भागों में विभाजित किया गया है तथा दो अलग-अलग माध्यमों से भरे गये हैं जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। परावैद्युतांक का मान क्रमश: ${k_1} = 2$ एवं ${k_2} = 4$ है, तो इस निकाय की धारिता का मान.........$\mu F$ होगा
$r$ त्रिज्या की प्लेटों को एक-दूसरे से $d$ दूरी पर रखने से निर्मित समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता $C$ है। यदि प्लेटों के बीच $r/2$ त्रिज्या, $d$ मोटाई तथा $6$ परावैद्युतांक वाले पदार्थ की प्लेट रख दी जावे, तो संधारित्र की धारिता होगी
ध्रुवीय अणु ऐसे अणु होते हैं :
जब संधारित्र में परावैद्युत वायु के स्थान पर $K$ परावैद्युतांक के पदार्थ को रखा जाता है, तो धारिता