अभिक्रिया $2 \mathrm{NO}+\mathrm{Br}_2 \rightarrow 2 \mathrm{NOBr}$
नीचे दी गए क्रियाविधि के साथ सम्पादित होती है:
$\mathrm{NO}+\mathrm{Br}_2 \rightarrow \mathrm{NOBr}_2 \text { (fast) }$
$\mathrm{NOBr}_2+\mathrm{NO} \rightarrow 2 \mathrm{NOBr} \text { (slow) }$
अभिक्रिया की कुल कोटि है:
$4$
$3$
$5$
$6$
अभिक्रिया $2S{O_2} + {O_2} \to 2S{O_3}$ में $S{O_2}$ के विलुप्ती का वेग $1.28 \times {10^{ - 3}}$ ग्राम $/$ सेकण्ड हो, तो $S{O_3}$ के बनने की दर है
नीचे दी गई अभिक्रिया के लिए दर नियम $k\;[A]\;[B]$ व्यंजक से व्यक्त किया जाता है
$A + B \rightarrow$ उत्पाद
$A$ की सान्द्रता का मान $0.1$ मोल पर रखते हुए यदि $B$ की सान्द्रता $0.1$ से बढ़ाकर $0.3$ मोल कर दी जाती है तो दर स्थिरांक होगा।
सरल अभिक्रिया $M \rightarrow N$ के लिए, $M$ की सान्द्रता दो गुनी करने पर $M$ की विलोपन दर (rate of disappearance) $8$ गुना बढ़ जाती है। $M$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि (order of the reaction) है।
निम्नलिखित में से किस दर-नियम के लिये अभिक्रिया की सम्पूर्ण कोटि $ 0.5 $ है जिसमें $ x, y$ तथा $z $ पदार्थ भाग ले रहे हैं
एथिल एसीटेट के जल-अपघटन को दर्शाने वाला समीकरण है
$C{H_3}COO{C_2}{H_5} + NaOH \to C{H_3}COONa + {C_2}{H_5}OH$
प्रयोग द्वारा पाया गया कि इस अभिक्रिया के लिये
$\frac{{dx}}{{dt}} = k[C{H_3}COO{C_2}{H_5}]\,[NaOH]$ है, तब अभिक्रिया है