एथिल एसीटेट के जल-अपघटन को दर्शाने वाला समीकरण है

 $C{H_3}COO{C_2}{H_5} + NaOH \to C{H_3}COONa + {C_2}{H_5}OH$

प्रयोग द्वारा पाया गया कि इस अभिक्रिया के लिये

  $\frac{{dx}}{{dt}} = k[C{H_3}COO{C_2}{H_5}]\,[NaOH]$ है, तब अभिक्रिया है

  • A

    द्विआण्विक और प्रथम कोटि

  • B

    द्विआण्विक और द्वितीय कोटि

  • C

    आभासी द्विआण्विक

  • D

    आभासी एकाण्विक

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सुक्रोज का प्रतीपन है

एक रासायनिक अभिक्रिया $A \to B$ के लिये यह पाया गया कि $A$ का सान्द्रण चार गुना करने पर अभिक्रिया का वेग दो गुना हो जाता है। इस अभिक्रिया के लिये $ A $ की कोटि है

  • [AIIMS 1997]

अभिक्रिया $2A + B \to C$ के लिये दर समीकरण $ = k[A][B]$ पाया गया। इस अभिक्रिया के संबन्ध में सत्य कथन है

  • [AIEEE 2004]

अभिक्रिया, $2 A + B \rightarrow$ products के लिए, जब $A$ तथा $B$ दोनों की सान्द्रता दोगुनी की गई, तब अभिक्रिया की दर $0.3 \,mol L ^{-1} s ^{-1}$ से बढ़कर $2.4 \,mol$ $L ^{-1} S ^{-1}$ हो गयी। जब केवल $A$ की सांद्रता दोगुनी की गई तब दर $0.3 \,mol L ^{-1} s ^{-1}$ से बढ़कर $0.6 \,mol L ^{-1} S ^{-1}$ हो गई। निम्न में कौन सा कथन सत्य है?

  • [JEE MAIN 2019]

$2 NO ( g )+ Cl _{2}( g ) \rightleftharpoons 2 NOCl ( s )$

इस अभिक्रिया का $-10^{\circ} C$ पर अध्ययन कर निम्न आंकडें प्राप्त हुए

प्रेक्षण $[ NO ]_{0}$ $\left[ Cl _{2}\right]_{0}$ $r _{0}$
$1$ $0.10$ $0.10$ $0.18$
$2$ $0.10$ $0.20$ $0.35$
$3$ $0.20$ $0.20$ $1.40$

$[ NO ]_{0}$ तथा $\left[ Cl _{2}\right]_{0}$ आरंभिक सान्द्रतायें हैं तथा $r _{0}$ आरंभिक अभिक्रिया दर है। अभिक्रिया की सम्पूर्ण कोटि है.............। (निकटतम पूर्णांक में)

  • [JEE MAIN 2021]