सरल अभिक्रिया $M \rightarrow N$ के लिए, $M$ की सान्द्रता दो गुनी करने पर $M$ की विलोपन दर (rate of disappearance) $8$ गुना बढ़ जाती है। $M$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि (order of the reaction) है।
$4$
$3$
$2$
$1$
किसी अभिक्रिया में, अभिकारक की सान्द्रता क्रमश: दो गुना और तीन गुना करने पर अभिक्रिया दर चार गुना और नौगुना पाई गई, तो अभिक्रिया की कोटि होगी
दो प्रतिदर्शो की अर्द्ध-आयु $ 0.1$ एवं $0.4$ सेकण्ड है। उनकी सापेक्षिक सान्द्रता क्रमश: $ 200$ एवं $50$ है। अभिक्रिया की कोटि क्या है।
शर्करा के प्रतीपन की अभिक्रिया की आण्विकता है
दिए गए ग्राफ दो विभिन्न अभिक्रियाओं $(i)$ व $(ii)$ के लिए $R$ की सांद्रता में ताप के साथ परिवर्तित को दर्शाते है। अभिक्रियाओं की कोटि क्रमश: है
किसी अभिक्रिया की दर $(dc/dt)$ विभिन्न समय के लिये निम्नांकित है
समय दर (मोल लीटर$^{-1}$ सेकण्ड$^{-1}$)
$0$ $2.8 \times {10^{ - 2}}$
$10$ $2.78 \times {10^{ - 2}}$
$20$ $2.81 \times {10^{ - 2}}$
$30$ $2.79 \times {10^{ - 2}}$
अभिक्रिया है